युवाओं के उग्र प्रदर्शन पर बोले प्रशांत किशोर, BJP-JDU संघर्ष का खामियाजा भुगत रहा बिहार

युवाओं के उग्र प्रदर्शन पर बोले प्रशांत किशोर, BJP-JDU संघर्ष का खामियाजा भुगत रहा बिहार

DESK: केंद्र सरकार की 'अग्निपथ' स्कीम के खिलाफ देशभर में युवाओं ने उग्र प्रदर्शन किया। इसे लेकर राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक ट्वीट करते हुए कहा कि इस स्कीम के खिलाफ आंदोलन होना चाहिए। हिंसा और तोड़फोड़ नहीं होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जेडीयू और बीजेपी के आपसी तनातनी का खामियाजा बिहार की जनता भुगत रही है और एक तरफ बिहार जल रहा है और दोनों दलों के नेता मामले के सुलझाने की जगह आपस में ही उलझ रहे हैं। एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं। 


प्रशांत किशोर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि" #Agnipath पर आंदोलन होना चाहिए, हिंसा और तोड़फोड़ नहीं।  बिहार की जनता #JDU और #BJP के आपसी तनातनी का ख़ामियाज़ा भुगत रही है। बिहार जल रहा है और दोनों दल के नेता मामले को सुलझाने के बजाए एक दूसरे पर छींटाकशी और आरोप प्रत्यारोप में व्यस्थ हैं।"राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने हिंसा और तोड़फोड़ के खिलाफ कहा कि बिहार में चार दिनों से उग्र प्रदर्शन हो रहा है। कई ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों को आग लगा दी गयी है। कई वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया है। 


कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है। बिहार के 12 जिलों जहां तेजी से इसका विरोध हो रहा था वहांं शनिवार को ही इंटरनेट सेवा बंद कर दी गयी है। पीके ने कहा कि अग्निपथ स्कीम के खिलाफ आंदोलन होना चाहिए लेकिन हिंसा और तोड़फोड़ नहीं होनी चाहिए। इस दौरान प्रशांत किशोर ने बिहार में सत्ताधारी दल जेडीयू और बीजेपी पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि एक तरफ बिहार में उग्र प्रदर्शन हो रहे हैं वही दोनों पार्टियां एक दूसरे पर उंगली उठा रहे हैं। जिसका खामियाजा बिहार की जनता भुगत रही है। 


बता दें कि अग्निपथ का विरोध पिछले 4 दिनों से हो रहा है। उपद्रवियों ने बीजेपी को टारगेट पर ले लिया है। उपद्रवियों ने बीजेपी बिहार के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल, डिप्टी सीएम रेणू देवी के आवास पर भी तोड़फोड़ की थी। इसके अलावा बीजेपी कार्यकर्ता में भी तोड़फोड़ और उत्पात मचाया गया था। अब बिहार में बीजेपी की महत्वपूण्र बैठक बुलाई गई थी। गौरतलब है कि बिहार के कई जिलों में अग्निपथ स्कीम को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इस दौरान कई ट्रेनों को भी आग के हवाले कर दिया गया, जिसके कारण बिहार में दो दिनों से ट्रेन का परिचालन पूरी तरह से बंद है। इसके अलावा राज्य के 12 जिलों में इंटरनेट सेवा भी बंद कर दिया गया है, ताकि सोशल मीडिया पर उपद्रव को बढ़ावा न दिया जा सके।


बिहार में अग्निपथ स्कीम को लेकर एनडीए में टकराव देखने को मिला। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बिहार की प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठाए। संजय जयसवाल ने यह आरोप लगाया कि बिहार में प्रशासनिक मिलीभगत से उपद्रव कराया गया है। एक खास एजेंडे के तहत हंगामे को हवा दी गई है। संजय जायसवाल ने यह भी कहा कि पांच दिनों से विरोधी दलों के द्वारा अफवाहों का बाजार गर्म किया जा रहा है छात्रों को भड़काने का काम किया गया है। सुनियोजित और संगठित ठंग से विरोधी दलों के द्वारा एक खास एजेंडा के तहत बिहार को पूरे तौर पर तबाह करने की स्थिति तक लाकर रखा गया है यह सब पूरी योजना के तहत हो रहा है। 


बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल इस दौरान प्रशासन पर बरसे थे। उन्होंने कहा था कि 300 पुलिसकर्मियों रहते नवादा के बीजेपी कार्यालय को जला दिया गया। कही ना कही प्रशासन की स्थिति ठीक नहीं है। प्रशासन एक्टिव नहीं रहेगा तो ऐसी घटनाएं होगी। उन्होंने कहा कि यह एक अच्छी योजना है। इस स्कीम के किस चीज में एतराज है यह तो बताइए उस दूर करने का हम काम करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा को टारगेट किया जा रहा है प्रशासन की कहीं ना कहीं कमी दिखाई दे रही है। संजय जायसवाल ने कहा कि बिहार में इस तरह की घटनाएं रोकी जानी चाहिए। वही संजय सिंह के इस बयान पर पलटवार करते हुए सहयोगी पार्टी जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार गुड गवर्नेंस के लिए जाने जाते हैं और सरकार चलाने में उनका कोई जोड़ नहीं है। संजय जायसवाल में अनुभव की कमी है वे अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं। संजय जायसवाल नहीं जानते हैं कि सरकार कैसे चलायी जाती है।