PATNA: बिहार बीजेपी ने आज ऐसा कारनामा कर दिखाया, जैसा बिहार के किसी दूसरी राजनीतिक पार्टी ने पहले कभी नहीं किया होगा. बिहार मे बीजेपी के पदाधिकारियों की नयी टीम घोषित हुई है. बीजेपी नेताओं ने पार्टी के नये पदाधिकारियों में जेडीयू कोटे के एक मंत्री औऱ राजद के एक नेता को भी शामिल कर लिया. इस मामले में भाजपा को भारी फजीहत का सामना करना पड़ रहा है. राजद के नेता ने तो बीजेपी के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज करा दिया है.
बीजेपी के कारनामे से लोग हैरान
बिहार में बीजेपी ने दो दिन पहले अपनी प्रदेश कमेटी की घोषणा की है. इसमें कुल 38 नेता को उपाध्यक्ष, महामंत्री, मंत्री से लेकर दूसरी जिम्मेवारी सौंपी गयी है. आज इन नये पदाधिकारियों के स्वागत में पूरे पटना में होर्डिंग-बैनर लगाया गया. प्रदेश भाजपा कार्यालय के सामने भी बड़े बड़े होर्डिंग लगाये गये. लेकिन पार्टी के ही कार्यकर्ताओं और नेताओं ने इस होर्डिंग और बैनर को देखा तो हैरान रह गये.
मंत्री रत्नेश सदा औऱ राजद नेता उपेंद्र प्रसाद का फोटो लगाया
भाजपा ने अपने नये पदाधिकारियों के स्वागत में लगाये गये होर्डिंग में राज्य सरकार में मंत्री रत्नेश सदा का फोटो लगा दिया. यानि रत्नेश सदा को भी भाजपा का पदाधिकारी बना दिया गया. जबकि वे जेडीयू के विधायक औऱ मंत्री हैं. मामला यहीं तक नहीं रूका. भाजपा प्रदेश पदाधिकारियों के पोस्टर, होर्डिंग में राजद के नेता उपेंद्र प्रसाद की भी तस्वीर लगा दी गयी. उपेंद्र प्रसाद छात्र राजद के अध्यक्ष के साथ साथ विधान पार्षद रह चुके हैं. पिछला लोकसभा चुनाव भी उन्होंने लड़ा था. अभी भी वे राजद के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य हैं. लेकिन बीजेपी ने उन्हें अपना प्रदेश पदाधिकारी बना लिया.
थाने में दर्ज करायी शिकायत
बीजपी की होर्डिंग में अपनी तस्वीर देख कर हैरान हुए राजद नेता उपेंद्र प्रसाद ने पुलिस में शिकायत की है. उन्होंने कहा है कि उनकी छवि धूमिल करने के लिए बीजेपी ने अपने पोस्टर में उनकी तस्वीर छापी है. जबकि उनका कभी बीजेपी से कोई संबंध नहीं रहा. बीजेपी के पोस्टर में तस्वीर छापे जाने से उनकी मानहानि हुई है. लिहाजा पुलिस मामला दर्ज कर कार्रवाई करे. उपेंद्र प्रसाद ने बीजेपी के नेता विजय यादव, रणजीत सिंह और सामंत चौधरी को अभियुक्त बनाया गया है.
छुटभैये नेताओं के फेरे में फंसी भाजपा
इस मामले में बीजेपी की भारी फजीहत हो रही है. प्रदेश भाजपा ने कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है. लेकिन पार्टी नेताओं ने बताया कि छुटभैये नेताओं ने पार्टी की फजीहत करा दी है. ऐसे होर्डिंग पार्टी की ओर से नहीं लगाये गये हैं औऱ ना ही उन्हें लगाने से पहले पार्टी की अनुमति ली गयी. पार्टी होर्डिंग लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रही है.