PATNA : भारत में लगातार किडनी के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। किडनी की परेशानियां इन दिनों आम हो गई हैं। दुनिया भर में बड़ी संख्या में लोग किडनी की बीमारी से पीड़ित हैं। ऐसे में किडनी के रोगों के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के लिए पटना के पारस HMRI अस्पताल ने विश्व किडनी दिवस के अवसर पर किडनी मरीजों को स्मृति चिन्ह देकर प्रोत्साहित किया। पारस अस्पताल में किडनी प्रत्यारोपण करा चुके, यहां इलाजरत और डायलिसिस करवाने वाले मरीजों को स्मृति चिन्ह दिया गया।
पारस अस्पताल के किडनी रोग विभाग के कंसल्टेंट डॉ. शशि कुमार ने बताया कि इस वर्ष विश्व किडनी दिवस का थीम, ' किडनी हेल्थ फॉर ऑल' है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य किडनी रोग के प्रति लोगों में जागरूकता लाना है। किडनी रोग नई महामारी के रूप में फैल रहा है। विश्व की आबादी का 10 प्रतिशत हिस्सा किडनी रोग से ग्रसित है। इसका मुख्य कारण अनियंत्रित डायबिटीज और रक्तचाप है। मोटापा, संक्रमण, पथरी तथा बिना डॉक्टर की सलाह के दर्द निवारक और एंटीबायोटिक का इस्तेमाल भी किडनी रोग का बड़ा कारण है।
किडनी रोग विभाग के कंसल्टेंट डॉ. संतोष ने बताया कि संयमित दिनचर्या, सही खानपान, सीमित मात्रा में चीनी व नमक का सेवन तथा नियंत्रित मधुमेह एवं रक्तचाप जरूरी है। किडनी के रोग में चेहरा-पैर में सूजन, भूख की कमी, मितली-उल्टी, कमजोरी, थकावट के लक्षण होते हैं। कभी-कभी कोई तकलीफ नहीं भी रह सकती है।
पारस अस्पताल के नेफ्रोलॉजी एवं यूरोलॉजी के डायरेक्टर डॉ. अजय कुमार ने कहा कि कुछ उपाय जीवन में किए जाएं तो किडनी रोग से बचा जा सकता है। घर का बना स्वच्छ और पौष्टिक खाना खाएं और नियमित जांच करवाते रहें। धूम्रपान और शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। इस मौके पर पारस अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. एए हई, डॉ. तलत हलीम, ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. अपूर्व चौधरी, डॉ. अंशुमन आशु और नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. अभिषेक कुमार भी मौजूद रहे।