PATNA : बुधवार की सुबह पटना के विश्वेश्वरैया भवन में लगी आग पर आखिरकार 17 घंटे बाद काबू पा लिया गया। बुधवार की सुबह तकरीबन 6:30 बजे विश्वेश्वरैया भवन के अंदर आग लगी थी और इस पर देर रात 11 बजे काबू पाया जा सका। 17 घंटे तक 50 से ज्यादा फायर ब्रिगेड की गाड़ियों और फायर फाइटिंग टीम में कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। इस दौरान ब्रिगेड के तकरीबन 70 स्टाफ लगातार काम करते रहे। आग पर काबू पाने के दौरान कई बार ऐसा हुआ कि फायर ब्रिगेड की टीम को सफलता मिलती थी लेकिन अचानक से आज एक बार फिर से धधकने लगी। सबसे पहले पांचवी मंजिल पर आग लगी और इसके बाद छठी से लेकर चौथी और तीसरी मंजिल तक इसकी चपेट में आ गई।
आग की भयावहता ऐसी थी कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी आखिरकार बुधवार की शाम विश्वेश्वरैया भवन पहुंचना पड़ा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने ऐसी आग नहीं देखी। आग से विश्वेश्वरैया भवन को भारी नुकसान पहुंचा है और इसकी जांच के लिए कमेटी भी बना दी गई है। भवन निर्माण विभाग के सचिव डॉ कुमार रवि ने विश्वेश्वरैया भवन का हाल सबसे पहले जाना और उन्होंने जांच कराने के लिए कमेटी गठित करने की बात कही। भवन निर्माण विभाग के अभियंता प्रमुख की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी का गठन किया गया है, इसमें मुख्य अभियंता, इलेक्ट्रिकल, मुख्य अभियंता भवन निर्माण विभाग, अधीक्षण अभियंता पटना के साथ-साथ कई विभागों के अधिकारी भी शामिल हैं। इस आग से सबसे ज्यादा नुकसान ग्रामीण कार्य विभाग को पहुंचा है। ग्रामीण कार्य विभाग वाले इलाके में ही आग में सबसे ज्यादा रौद्र रूप दिखाया है।
विश्वेश्वरैया भवन में दो दिन प्रवेश रोक दिया गया है। आग लगने की घटना को देखते हुए 12 मई और 13 मई को प्रवेश निषिद्ध रहेगा। आग लग जाने के कारण सुरक्षा के दृष्टिकोण से पटना कमिश्नर और भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने यह आदेश दिया है।