विपक्षी एकता मीटिंग से पहले बोली JDU - पहले बनाएंगे वैकेंसी फिर टाइम आने पर चुनेंगे PM फेस, एकसाथ मिलकर BJP को करेंगे सत्ता से बेदखल

विपक्षी एकता मीटिंग से पहले बोली JDU - पहले बनाएंगे वैकेंसी फिर टाइम आने पर चुनेंगे PM फेस, एकसाथ मिलकर BJP को करेंगे सत्ता से बेदखल

PATNA : बिहार में 23 जून को विपक्षी दलों की महत्वपूर्ण बैठक होनी है। इस बैठक को लेकर सभी तैयारियां को अंतिम रूप दिया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ बिहार के विपक्ष में बैठी पार्टियां लगातार यह सवाल कर रही है कि आखिरकार विपक्ष पहले यह तय कर ले पीएम फेस कौन होगा उसके बाद कोई बैठक करें। इन्हीं सवालों का जवाब जदयू के वरिष्ठ नेता विजय कुमार चौधरी ने अपने अंदाज में दिया है। चौधरी ने कहा है कि - पहले हम है वैकेंसी बनाते हैं उसके बाद फिर हम कैंडिडेट।


दरअसल, वित्त मंत्री और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सबसे भरोसेमंद कहे जाने वाले विजय कुमार चौधरी से जब यह सवाल किया गया कि विपक्ष में पीएम  चेहरा कौन होगा। जिसके बाद इसका जवाब देते हुए विजय चौधरी ने कहा कि -राष्ट्रीय राजनीति की रणनीति बनाने के लिए देश के तमाम विपक्षी नेताओं की 23 जून को पटना में होने वाली बैठक एक ऐतिहासिक घटना है। यह पूरे प्रदेशवासियों के लिए यह एक गौरवशाली क्षण है। इससे मालूम पड़ता है कि देशभर की राजनीति में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कितनी विश्वनीयता है। 


इसके आगे उन्होंने कहा कि, जिन लोगों को लगता है कि देश में पीएम पद पर वैकेंसी नहीं है। उन्हें हम विपक्षी एकता के माध्यम से पीएम की वैकेंसी से अवगत करायेंगे और फिर पीएम बनवाएंगे। हम पहले वैकेंसी बनाते है उसके बाद चेहरा तय करते हैं और इसके लिए हमारे पास भरपूर समय है। पूरा देश के लोग नीतीश कुमार पर भरोसा कर रहे हैं। 


विजय चौधरी ने कहा कि विपक्षी पार्टियों की एकजुटता के बाद देशवासियों में भी एक उम्मीद की किरण जगी है। अब भाजपा को 2024 में सत्ता से बेदखल करने का प्रयास सफल होगा। जितने भी दलों को निमंत्रण भेजा गया था सभी दल 23 को पटना आ रहे हैं। सभी दल साथ मिलकर 2024 लोकसभा चुनाव लड़ने का मन बना चुके हैं। 


इधर, विजय चौधरी ने नीतीश कुमार उपलब्धियां को लेकर कहा कि, बिहार के विकास से  केन्द्र सरकार एवं नीति आयोग भी पुरस्कृत कर रहा है, फिर भी  बिहार के भाजपा नेताओं द्वारा ईर्ष्याजनित अंध-विरोध में बिहार की छवि धूमिल करना आश्चर्यजनक है। पार्टी के प्रति विकृत वफादारी में भाजपा नेताओं द्वारा अपने ही प्रदेश को नीचा दिखाना अनुचित है, जिसे जनता देख रही है।