PATNA: पटना में हुई विपक्षी एकता की बैठक में एकता के बजाय आपसी भिड़ंत हो गयी. वैसे तो बैठक में कई दफे नेताओं ने वहीं मौजूद दूसरे नेता पर हमला बोल दिया. लेकिन स्थिति तब बिगड़ गयी जब अरविंद केजरीवाल की बातों से कांग्रेस खफा हो गयी. केजरीवाल के खिलाफ उमर अब्दुल्ला ने भी मोर्चा संभाल लिया. स्थिति ऐसी हो गयी कि शरद पवार से लेकर उद्धव ठाकरे जैसे नेताओं को बीच बचाव कर टकराव टालना पड़ा. बैठक में ममता बनर्जी ने भी कांग्रेस को जमकर खरी खोटी सुनायी.
केजरीवाल ने किया फसाद
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पहले से ये एलान करके आये थे कि वे विपक्षी पार्टियों की बैठक में दिल्ली को लेकर केंद्र सरकार के अध्यादेश का मामला उठायेंगे और कांग्रेस से स्थिति स्पष्ट करने को कहेंगे. बैठक में जैसे ही केजरीवाल के बोलने की बारी आयी तो उन्होंने अध्यादेश का मामला उठाया और कहा कि कांग्रेस राज्यसभा में इस बिल का विरोध करे.
केजरीवाल ने इसके बाद कांग्रेस पर हमला शुरू कर दिया. उन्होंने आरोप लगा दिया कि कांग्रेस और भाजपा में अध्यादेश को लेकर गुपचुप समझौता हुआ है. जब राज्यसभा में वोटिंग होगी तो कांग्रेस के सांसद वॉकआउट कर जाएंगे.
केजरीवाल के यह बोलते ही हंगामा मच गया. बैठक में मौजूद राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे तो चुप रहे लेकिन कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल बिफर उठे. उन्होंने कहा कि इस तरह के आरोप को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. कांग्रेस का किसी सूरत में भाजपा से समझौता नहीं हो सकता.
केजरीवाल से भिड़े उमर अब्दुल्ला
केजरीवाल के आरोपों के बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला ने मोर्चा संभाल लिया. उन्होंने अरविंद केजरीवाल को अपने गिरेबान में झांकने की सलाह दी. उमर अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीर से धारा 370 को हटाने के दौरान आम आदमी पार्टी ने क्या किया था.
अब्दुल्ला ने केजरीवाल से कहा कि जब केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने का फैसला किया तब तो आम आदमी पार्टी ने भाजपा का समर्थन किया था. तब तो आपने विपक्षी पार्टियों का समर्थन नहीं किया. आज आपके ऊपर संकट आया है तो आप चाहते हैं कि सब आपका साथ खड़े हो जायें.
बैठक में बहस तीखी होते देख शरद पवार ने बीच बचाव करना शुरू किया. शरद पवार की कोशिशों से मामला शांत हुआ. उन्होंने कहा कि केजरीवाल को एनसीपी और उद्धव ठाकरे की शिवसेना से सीखना चाहिए. दोनों पार्टियां 25 साल से एक-दूसरे के खिलाफ राजनीति कर रही थीं लेकिन जब समय की जरूरत हुई तो दोनों साथ काम कर रहे हैं.
माहौल इतना तल्ख हो गया था कि मीटिंग खत्म होते ही अरविंद केजरीवाल सीएम हाउस से निकल गये. वे भगवंत मान, संजय सिंह, राघव चड्ढा जैसे अपने सहयोगियों के साथ चार्टर प्लेन से दिल्ली रवाना हो गये.
उधर बैठक में ममता बनर्जी ने कांग्रेस को खऱी खोटी सुनायी. उन्होंने कहा कि बंगाल में कांग्रेस वही कर रही है जो भाजपा कर रही है. बंगाल के पंचायत चुनाव में कांग्रेस औऱ भाजपा का स्टैंड एक जैसा है. कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी सरकार के खिलाफ धरना दे रहे हैं. अगर एकता कायम रखना है तो ऐसी चीजों पर रोक लगानी होगी.