विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होंगे केजरीवाल, अध्यादेश पर कांग्रेस का साथ मिलने के बाद लिया फैसला

विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होंगे केजरीवाल, अध्यादेश पर कांग्रेस का साथ मिलने के बाद लिया फैसला

DELHI: 17 और 18 जुलाई को बेंगलुरु में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में आम आदमी पार्टी शामिल होगी। दिल्ली में केंद्र सरकार की तरफ से लाए गए अध्यादेश के खिलाफ कांग्रेस का समर्थन मिलने के बाद आम आदमी पार्टी ने यह फैसला लिया है। आम आदमी पार्टी की तरफ से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के सीएम भगवंत मान समेत पार्टी के अन्य बड़े नेता शामिल होंगे। आदमी पार्टी की तरफ से राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने इसकी घोषणा की है।


दरअसल, दिल्ली सरकार के खिलाफ केंद्र द्वारा लाए गए अध्यादेश के खिलाफ सीएम अरविंद केजरीवाल विपक्ष की सभी पार्टियों से समर्थन मांग रहे थे। बिहार समेत कई राज्यों ने अध्यादेश के विरोध में केजरीवाल का समर्थन करने का फैसला लिया है हालांकि कांग्रेस इसपर अपना स्टैंड साफ नहीं कर रही थी। पटना में हुई विपक्षी दलों की बैठक में भी केजरीवाल ने यह मुद्दा उठाया था लेकिन कांग्रेस की तरफ से स्थिति स्पष्ट नहीं करने के कारण केजरीवाल साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए बिना दिल्ली लौट गए थे। 


कांग्रेस द्वारा 17-18 जुलाई को बेंगलुरू में आयोजित की गई विपक्षी दलों की बैठक में केजरीवाल शामिल होंगे या नहीं इसपर संशय की स्थिति बनी हुई थी। कांग्रेस को इस बात का अंदाजा था कि जबतक वह अध्यादेश पर अपना स्टैंड क्लियर नहीं करती है, केजरीवाल बैठक में शामिल नहीं होंगे। ऐसे में कांग्रेस ने बैठक से ठीक एक दिन पहले यह ऐलान कर दिया कि वह अध्यदेश का विरोध करेगी। इसके बाद आम आदमी पार्टी की तरफ से बैठक में शामिल होने की घोषणा कर दी गई। 


आप के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा है कि विपक्षी दलों की बैठक में AAP भी शामिल होगी। सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान समेत पार्टी के शीर्ष नेता इस बैठक में शामिल होने के लिए बेंगलुरु जाएंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली का जो काला अध्यदेश है, ये साफ तौर पर देश विरोधी है। इस देश से प्यार करने वाला हर शख्स और हर पार्टी अध्यादेश का विरोध करेगी।