PATNA: बिहार विधानसभा में आज तीसरे दिन की कार्यवाही के दौरान भी तेजस्वी यादव के इस्तीफे को लेकर जोरदार हंगाम हुआ। तेजस्वी यादव के सदन में बोलने के दौरान बीजेपी ने भारी हंगामा मचाया, जिसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को गुरुवार दोपहर तक के लिए स्थगित कर दिया। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि स्पीकर सरकार के इशारे पर काम कर रहे हैं और विपक्ष के विधायकों को बोलने नहीं दिया जा रहा है।
नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि पूरा देश देख रहा है कि विपक्ष सदन को चलाना चाहता है लेकिन विपक्ष के लोगों को बोलने नहीं दिया जा रहा है। 78 विधायकों के विपक्ष को बोलने नहीं दिया जा रहा है लेकिन जो छोटी छोटी पार्टिया हैं उसको स्पीकर बोलने का आदेश देते हैं। विपक्ष की तरफ का कैमरा और माइक बंद कर दिया जाता है ताकि विपक्ष की आवाज को कोई सुन नहीं सके। आज जब विपक्ष ने बोलना शुरू किया तो माइक को बंद कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि आधे दर्जन मंत्रियों का इस्तीफा ले चुके मुख्यमंत्री आज चार्जशीटेड डिप्टी सीएम तेजस्वी के इस्तीफे पर क्यों चुप हो गए हैं। शिक्षकों पर लाठियां बरसाई जा रही है उसपर सरकार जवाब क्यों नहीं देना चाह रही है। अगुवानी पुल ध्वस्त होने का मामला, नल जल में लूट समेत अन्य विषयों पर आज जब विपक्ष ने सरकार से जवाब मांगा तो उन्हें बोलने नहीं दिया गया जबकि सत्ता पक्ष के लोगों को स्पीकर बोलने का पूरा मौका देते हैं।
विजय सिन्हा ने कहा कि सत्ताधारी दल के इशोरे पर जब सदन चलेगा तो लोकतंत्र की गरिमा नहीं बचेगी। विपक्ष के सदस्य जब इसका बेल में आकर विरोध करते हैं तो कार्रवाई की धमकी दी जाती है। बीजेपी बिहार में जंगलराज की लड़ाई लड़ चुकी है। इस लड़ाई में साथ देने वाले नीतीश कुर्सी के लिए धृतराष्ट बन गए हैं। सरकार विधायिका की आवाज जबाना चाह रही है, ऐसे में सदन नहीं चल सकेगा। पहले कैबिनेट में 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का वादा किया था, उसका क्या हुआ? 13 जुलाई को गांधी मैदान में बीजेपी इसका हिसाब मांगेगी।