PATNA: निषाद समाज को आरक्षण देने की मांग वीआईपी पार्टी कई दिनों से कर रही है। विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) ने एक बार फिर निषाद आरक्षण की मांग की है। निषाद आरक्षण के मुद्दे को फिर से गरम करने में जुट गई है।
वीआईपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा कि निषाद को आरक्षण की मांग वीआईपी की पुरानी मांग है। निषाद की आरक्षण को नीतीश सरकार ने केंद्र सरकार को भेज दिया है लेकिन केंद्र सरकार अब तक इसे ठंडे बस्ते में डाल रखा है।
वीआईपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति बताया कि बिहार, उत्तर प्रदेश सहित झारखंड में रहने वाले निषाद की बड़ी आबादी आज भी विकास से कोसों दूर है। उन्होंने कहा कि आज भी अधिकांश आबादी का गुजर बसर उनके परम्परागत रोजगार मछली मारने और उसके बेचने के इर्द गिर्द घूमती है। आज जरूरत है कि इन्हें विकास की मुख्य धारा से जोड़ा जाए, इसके लिए इन्हें आरक्षण देना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल, दिल्ली सभी जगह निषादों को आरक्षण मिला है, ऐसे में बिहार में उनके लिए आऱक्षण की मांग न्यायोचित है और उनका हक है। बिहार में भी निषादों को आरक्षण मिले यही वीआईपी की मांग है। जिसे केंद्र सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल रखा है।