DESK: गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद परिजनों और रिश्तेदारों का राहत मिली है. यूपी एसटीएफ की टीम ने विकास के साले ज्ञानेंद्र निगम और उसके बेटे आदर्श को छोड़ दिया है. दोनों शहडोल जिले के बुढ़ार के रहने वाले हैं.
पत्नी ने छोड़ने की लगाई थी गुहार
विकास दुबे के फरारी के बाद यूपी पुलिस ने मध्य प्रदेश के शहडोल से विकास के साले ज्ञानेंद्र निगम और भतीजे को हिरासत में लिया था. जिसके बाद पत्नी ने मध्य प्रदेश और यूपी सरकार से पति और बेटे को छोड़ने की गुहार लगाई थी. विकास के साथ ज्ञानेंद्र निगम भी कई घटनाओं शामिल था. लेकिन दोनों के बीच विवाद हो गया और विकास से ज्ञानेंद्र निगम अलग हो गया था. ज्ञानेंद्र निगम की बहन से करीब 25 साल पहले विकास दुबे ने लव मैरिज की थी. परिवार के लोग शादी के लिए तैयार नहीं थे तो सास और ससुर पर पिस्टल तानकर ऋचा को लेकर भाग गया था.
एनकाउंटर के बाद पत्नी और बेटे को भी छोड़ा
एनकाउंटर के बाद विकास की पत्नी ऋचा दुबे और छोटे बेटे को भी पुलिस ने छोड़ दिया था. कानपुर के एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु ने बताया था कि ऋचा की कानपुर शूट आउट में कोई भूमिका नहीं मिली है. जिस समय विकास दुबे ने पुलिसकर्मी की हत्या की थी उस दौरान ऋचा मौजूद नहीं थी. लेकिन विकास के नौकर की भूमिका संदिग्ध हैं.