विधानसभा में जबरदस्त खेला, सत्ता पक्ष के 5 विधायक गायब लेकिन फिर भी गयी स्पीकर की कुर्सी, राजद के 3 MLA पलटी मार गये

विधानसभा में जबरदस्त खेला, सत्ता पक्ष के 5 विधायक गायब लेकिन फिर भी गयी स्पीकर की कुर्सी, राजद के 3 MLA पलटी मार गये

PATNA : बिहार विधानसभा में जिस खेला की संभावना जतायी जा रही थी, वो हो गया. लेकिन खेला का अंतिम नतीजा सत्तारूढ़ एनडीए के पक्ष में गया. पक्ष और विपक्ष के पहले जोर आजमाइश में सत्ता पक्ष की जीत हुई. विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी की कुर्सी चली गयी. विधानसभा में नीतीश कुमार की नयी सरकार के विश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से पहले अध्यक्ष को हटाये जाने पर वोटिंग हुई, जिसमें विपक्ष की हार हो गयी. 

विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ लाये अविश्वास प्रस्ताव पर सदन में वोटिंग हुई. वोटिंग में उन्हें हटाने के समर्थन में 125 वोट पड़े. वहीं, विपक्ष में सिर्फ 112 वोट पड़े. सेंधमारी दोनों पक्षों में हुई. लेकिन आखिरकार जीत सत्ता पक्ष की हुई. बीजेपी औऱ जेडीयू ने आखिरी वक्त में राजद में सेंधमारी कर अपनी जीत तय कर लिया.

बीजेपी और जेडीयू में सेंधमारी

28 जनवरी को जब नीतीश कुमार ने नयी सरकार बनायी थी, तो तेजस्वी यादव ने कहा था कि खेला होगा. लालू यादव औऱ तेजस्वी यादव ने खेला कर भी दिया. सदन में आज जब अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी के खिलाफ वोटिंग हुई तो सत्ता पक्ष के 6 विधायक गायब हो गये. तमाम कोशिशों के बावजूद बीजेपी के तीन विधायक और जेडीयू के दो विधायक सदन में नहीं पहुंचे. इन पांच विधायकों को समेटने के लिए बीजेपी और जेडीयू ने पूरी ताकत झोंक दी थी लेकिन 5 विधायकों को अपने पाले में नहीं ला पाये.

बीजेपी के तीन विधायक गायब

सदन में आज विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ वोटिंग के दौरान बीजेपी के तीन विधायक गायब रहे. बीजेपी की दो महिला विधायक नहीं पहुंची. भागीरथी देवी और रश्मि वर्मा सदन में वोटिंग के दौरान नहीं पहुंची. वहीं, बीजेपी के एक और विधायक मिश्रीलाल यादव वोटिंग के दौरान गायब रहे. मिश्रीलाल यादव पहले वीआईपी पार्टी के विधायक हुआ करते थे. लेकिन बाद में बीजेपी में शामिल हुए थे. 

जेडीयू के दो विधायक गायब

उधर, जेडीयू के दो विधायक वोटिंग के दौरान गायब रहे. जेडीयू की विधायक बीमा भारती और दिलीप राय सदन में नहीं पहुंचे. बीमा भारती से संपर्क साधने की पूरी रात औऱ सदन की कार्रवाई शुरू होने से पहले तक होती रही. लेकिन उनका फोन नहीं खुला. वहीं, दिलीप राय भी सदन की कार्यवाही में शामिल नहीं पहुंचे. दिलीप राय पहले राजद के नेता थे, 2020 में वे जेडीयू के टिकट पर विधायक बने थे. 

आखिरी वक्त में पहुंचे डॉ संजीव

उधर, जेडीयू के विधायक डॉ संजीव को रविवार की रात पुलिस ने नवादा में रोका था. उन्हें नवादा में रात भर सरकारी गेस्ट हाउस में रखा गया था औऱ फिर वहां से पुलिस सुरक्षा में पटना भेजा गया. सदन में अध्यक्ष के खिलाफ लाये गये अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से ठीक पहले डॉ संजीव विधानसभा पहुंचे. 


चलते सदन में RJD के तीन विधायकों ने पाला बदला

लेकिन सबसे दिलचस्प हुआ चलते सदन में आरजेडी के तीन विधायकों ने पाला बदल लिया. सदन में आरजेडी के तीन विधायक नीलम देवी, चेतन आनंद और प्रह्लाद यादव विपक्ष की ओऱ से उठे औऱ सत्ता पक्ष की ओऱ जा बैठे. नीलम देवी मोकामा से राजद विधायक हैं और बाहुबली अनंत सिंह की पत्नी हैं. वहीं चेतन आनंद बाहुबली आनंद मोहन के बेटे हैं. उन्हें कल देर रात तेजस्वी यादव के विधायक से पुलिस ने मुक्त कराया था. चेतन आनंद के भाई ने पुलिस में शिकायत की थी कि उनके भाई को बंधक बना कर रखा गया है. इसके बाद देर रात तेजस्वी यादव के घऱ पर कई बार ड्रामा हुआ और फिर चेतन आनंद को पुलिस वहां से लेकर उनके पाटलिपुत्रा कॉलोनी स्थित आवास पर पहुंचा आयी. हालांकि पाला बदलने वाले तीसरे विधायक प्रह्लाद यादव लालू परिवार के पुराने करीबी रहे हैं और उनका पाला बदलना हैरान करने वाला रहा.

वैसे कांग्रेस, वाम दलों में कोई फूट नहीं हुई. लालू-तेजस्वी ने सत्तारूढ़ खेमे में खेला किया लेकिन खेला उनकी पार्टी में भी हो गयी और आखिरकार सदन में सत्तापक्ष की जीत हो गयी.