PATNA : मंगलवार को बिहार विधानसभा में मंत्री राम सूरत राय की तरफ से तेजस्वी यादव के खानदान को चुनौती दी गई। नीतीश कुमार की मौजूदगी में उनके मंत्री रामसूरत राय तेजस्वी को गांधी मैदान में आकर फरिया लेने की चुनौती देते रहे। मंगलवार को सदन की कार्यवाही में यह सब कुछ है आखिरी वक्त में हुआ। मंत्री राम सूरत राय के बयान के बाद हंगामा शुरू हुआ तो कार्यवाही बुधवार तक स्थगित कर दी गई। आज लालू खानदान को चुनौती दिए जाने के मामले में विधानसभा के अंदर जबरदस्त हंगामे के आसार हैं।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव आज सुबह-सवेरे प्रेस वार्ता करने वाले हैं। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास पर उन्होंने सुबह 9 बजे प्रेस कांफ्रेंस बुलाई है। इससे पहले भी तेजस्वी यादव ने जब सुबह सवेरे प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी तब उनके निशाने पर मंत्री राम सूरत राय ही थे। माना जा रहा है कि इस बार भी कोई बड़ा खुलासा कर सकते हैं।
मंगलवार को क्या हुआ था
दरअसल मुजफ्फरपुर में मंत्री रामसूरत राय के भाई के स्वामित्व वाले एक स्कूल के कैंपस से भारी मात्रा में शराब बरामद हुआ था. विपक्ष इस मामले को कई दिनों से सदन में उठा रहा है. मंगलवार को भी सदन में बोलते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि सरकार शराब के आऱोप में गरीब-पिछडों को जेल भेज रही है औऱ रसूखदार खुले घूम रहे हैं. तेजस्वी यादव ने कहा कि मंत्री के भाई की जमीन से शऱाब बरामद हुई, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी. लेकिन गिरफ्तारी नहीं हुई. मंत्री ने कहा कि उनका भाई से पिछले दस सालों से कोई संबंध नहीं है. लेकिन तस्वीरें हैं जिसमें मंत्री अपने भाई के साथ उसी स्कूल का उद्घाटन करते दिख रहे हैं जिसमें शराब बरामद हुई थी. तेजस्वी ने पूछा था कि जब सरकार ये कहती है कि जिस जमीन से शराब बरामद होगी उसे जब्त कर थाना खोला जायेगा तो फिर मंत्री के भाई की जमीन को जब्त कर थाना क्यों नहीं खोला गया.
भरी सदन में खानदान औऱ फरियाने की धमकी
तेजस्वी यादव के इन आरोपों के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने ये तय किया था कि मंत्री रामसूरत राय को भी सदन में अपना पक्ष रखने का मौका दिया जायेगा. सदन की कार्यवाही समाप्त होने के समय मंत्री रामसूरत राय को अपनी बात कहने का समय दिया गया. तेजस्वी यादव समेत पूरा विपक्ष सदन में ही मौजूद था. लेकिन मंत्री रामसूरत राय जब बोलने के उठ खड़े हुए तो उनके तेवर कुछ औऱ थे. बौखलाये मंत्री ने पहले अपने खानदान की खूबियां गिनानी शुरू की. उसके बाद उनके तेवर औऱ गर्म हुए. बौखलाये मंत्री ने प्रतिपक्ष के नेता का खानदान उकटना शुरू कर दिया.
भरे सदन में मंत्री ने कहा “मेरे खानदान को सदन में बैठे 50 परसेंट लोग जानते हैं. मेरे खानदान औऱ परिवार पर दाग लगाने वाले व्यक्ति को ये सोचना चाहिये कि मेरा खानदान कैसा है औऱ आपका खानदान कैसा है. मैं 7 खानदान का हिस्ट्री रख दूंगा.” मंत्री रामसूरत राय भरे सदन में प्रतिपक्ष के नेता का खानदान बता रहे थे औऱ सत्ता पक्ष के कई विधायक पूरे जोश में उनका समर्थन करने में लगे थे. सदन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार औऱ उनके डिप्टी सीएम मौजूद थे. लेकिन वे खामोश बैठे थे.
गांधी मैदान में फरिया लेने की धमकी
मंत्री रामसूरत राय नहीं रूके. सदन में वे बोलते रहे “अगर ताकत है तो गांधी मैदान के फील्ड में फरियाने का काम कीजिये. मैं ताकत के साथ कहता हूं कि ऐसा कोई मजाल नहीं है कि पटना में कोई मुझे हिला सकता है. इनकी अगर रिश्तेदारी है तो मेरा भी यहां सौ-सौ रिश्तेदारी है. हजारों परिवार मुझे मानने वाला है.”
मंत्री का तेवर देख कर विधानसभा अध्यक्ष भी हैरत में थे. वे बार-बार मंत्री को स्थिर होने कह रहे थे. मंत्री रामसूरत राय विधानसभा अध्यक्ष का भी नोटिस लेने को तैयार नहीं थे. विधानसभा अध्यक्ष को कई दफे मंत्री को शांत होने को कहना पड़ा. विधानसभा अध्यक्ष कहते रहे कि मंत्री मर्यादित तरीके से बात को रखे. लेकिन मंत्री के तेवर अलग ही थे.