PATNA: सीएम नीतीश के अचानक पाला बदलकर एनडीए के साथ जाने के बाद गुरुवार को लालू और नीतीश की आमने सामने मुलाकात हुई। इंडी गठबंधन से अलग ने होने के बाद नीतीश कुमार की लालू प्रसाद से यह पहली मुलाकात हुई। लालू के साथ उनके बेटे तेजस्वी यादव भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुले दिल से लालू का अभिवादन किया।
दरअसल, पुरानी कहावत है कि सियासत में न तो कोई दोस्त होता है और ना ही दुश्मन, बल्कि राजनीति संभावनाओं का खेल है। अपने हितों को साधने के लिए नेता अक्सर पाला बदलने का खेल खेलते रहते हैं। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पाला बदलकर कभी महागठबंधन के साथ गए थे लेकिन उन्होंने फिर से पाला बदला और अपने पुराने घर में वापस लौट आए।
करीब डेढ साल लालू के साथ रहने के बाद नीतीश कुमार ने अचानक पाला बदल लिया और महागठबंधन की सरकार सत्ता से बाहर हो गई। इस दौरान विपक्षी दलों को केंद्र सरकार के खिलाफ एकजुट करने के लिए दोनों बड़े और छोटे भाई यानी लालू प्रसाद और नीतीश कुमार ने मुहिम चलाई और उन दलों को भी एक गठबंधन में लेकर आए जो कभी साथ बैठना तो दूर एक दूसरे को देखना भी पसंद नहीं करते थे लेकिन राजनीतिक महत्वकांझा पूरी नहीं होता देख लालू-नीतीश फिर से अलग हो गए।
मुख्यमंत्री सदन की कार्यवाही खत्म होने के बाद वापस सीएम आवास के लिए रवाना हो रहे थे। जैसे ही वे विधानसभा से बाहर निकले लालू प्रसाद सामने दिख गए। पाला बदलने के बाद नीतीश कुमार की लालू प्रसाद से यह पहली मुलाकात थी। उन्होंने हाथ जोड़कर लालू का अभिवादन किया। दोनों एक दूसरे से मिले और अपने-अपने रास्ते निकल गए। इस दौरान तेजस्वी यादव भी लालू के साथ मौजूद रहे।