Bihar Election 2025: विशाल प्रशांत ने 900 करोड़ की विकास परियोजनाओं किया पेश, नितिन गडकरी ने किया विमोचन, कहा- “तरारी बनेगा विकास का मॉडल” Bihar Weather: बिहार में इस दिन से पड़ेगी कड़ाके की सर्दी, IMD ने अभी से किया सावधान Bihar Election 2025: मोकामा में आचार संहिता उल्लंघन का मामला, ललन सिंह और सम्राट चौधरी पर केस दर्ज; अनंत सिंह के समर्थन में निकला था रोड शो Bihar Election 2025: पहले चरण के प्रचार का शोर थमेगा आज , 18 जिलों में 6 नवंबर को वोटिंग; इतने करोड़ मतदाता करेंगे मतदान Bihar News: बिहार चुनाव के बीच करोड़ों की लागत से बना पुल धंसा, कांग्रेस बोली- जनता सब देख रही है, अब वोट से चोट करेगी Bihar News: बिहार चुनाव के बीच करोड़ों की लागत से बना पुल धंसा, कांग्रेस बोली- जनता सब देख रही है, अब वोट से चोट करेगी बेतिया में मिनीगन फैक्ट्री का खुलासा, हथियार और उपकरण के साथ बाप-बेटा गिरफ्तार Bihar Election 2025: ओवैसी के नेता के बिगड़े बोल, खुले मंच से तेजस्वी यादव की आंख, उंगली और जुबान काटने की दी धमकी Bihar Election 2025: ओवैसी के नेता के बिगड़े बोल, खुले मंच से तेजस्वी यादव की आंख, उंगली और जुबान काटने की दी धमकी Bihar Election 2025: 'बिहार में सड़कें नहीं थीं, लेकिन बम जरूर फेंके जाते थे', रवि किशन को याद आया जंगलराज का पुराना दौर
1st Bihar Published by: Updated Wed, 03 Mar 2021 11:05:04 AM IST
                    
                    
                    - फ़ोटो
PATNA : बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही आज सदन में जबरदस्त हंगामा देखने को मिला है. खास बात यह है कि बीजेपी और आरजेडी के विधायक एक साथ हंगामा करते नजर आए हैं. नीतीश सरकार में अधिकारियों की मनमानी को लेकर विधायक के सदन में एकजुट दिखे हैं.
दरअसल विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने इस मामले को उठाया. संजय सरावगी ने सदन में बताया कि विधानसभा सत्र के दौरान उनके जिले के अधिकारियों ने कचरा प्रसंस्करण को लेकर एक कार्यक्रम रखा है. उन्होंने जिला प्रशासन को इसके बारे में भी जानकारी दी कि विधायक होने के नाते वह बजट सत्र में व्यस्त रहेंगे, इसके बावजूद कार्यक्रम के समय में बदलाव नहीं किया गया. संजय सरावगी इस मामले को लेकर विधानसभा में नाराज दिखे तो आरजेडी के विधायक भी उठ खड़े हुए.
आरजेडी के विधायक भाई बिरेंद्र समेत अन्य विधायकों ने आरोप लगाया कि अधिकारी इस तरह की मनमानी करते हैं और विधायकों को पूरा सम्मान नहीं मिलता. इसके बाद बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सरकार को निर्देश दिया कि वह अधिकारियों को सख्त अवधि में किसी ऐसे कार्यक्रम का आयोजन नहीं करने के लिए निर्देशित करें, जिसमें विधायकों की उपस्थिति अनिवार्य है. विजय सिन्हा ने कहा कि ऐसे मामलों में सदन गंभीर है और अगर कोई अधिकारी ऐसे मामलों में दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ विशेषाधिकार के तहत एक्शन भी लिया जाएगा.