PATNA : बिहार विधानसभा में विधायकों को लात-जूतों से पीटने वाले पुलिसकर्मी महफूज रहेंगे. हां, विधानसभा अध्यक्ष ने आज एक बार फिर ये जरूर कहा है कि वे विधायकों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे. विधानसभा अध्यक्ष ने बुधवार को पटना में मीडिया से बात करते हुए कहा कि विधानसभा में हंगामा करने वाले विधायकों पर कार्रवाई होना तय है.
क्यो बोले विधानसभा अध्यक्ष
विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने आज मीडिया से बात करते हुए कहा कि बजट सत्र के दौरान हंगामा करने वाले विधायकों पर कार्रवाई होगी. अध्यक्ष ने कहा कि सदन में हंगामा करने वाले विधायकों ने सदन की गरिमा को कलंकित किया है. उनके खिलाफ एक्शन होगा. विधानसभा की आचार समिति इस मामले की पड़ताल कर रही है. आचार समिति की रिपोर्ट के बाद कार्रवाई होगी.
पुलिसकर्मियों पर अध्यक्ष खामोश
कुछ दिन पहले विधानसभा अध्यक्ष ने ये बयान जारी किया था कि विधानसभा परिसर में विधायकों की बर्बर तरीके से पिटाई करने वाले पुलिसकर्मियों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. अध्यक्ष की ओऱ से जारी बयान में कहा गया था कि बिहार के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव औऱ डीजीपी से बात कर मामले की जांच करने को कहा गया है. विधानसभा अध्यक्ष के इस बयान के जारी हुए एक सप्ताह बीतने को हैं. कोई कार्रवाई अब तक नहीं हुई.
जगजाहिर है पुलिस अधिकारियो का नाम
विधानसभा में पिछले मंगलवार को हुई घटना के दर्जनों वीडियो देश भर में वायरल हैं. लोकतंत्र के मंदिर में विधायकों को जमीन पर पटक कर लात-जूतों से मारते पुलिसकर्मियों का वीडियो करोडो लोग देख चुके हैं. महिला विधायकों के साथ बदसलूकी के कई भी कई वीडियो सामने आ चुके हैं. इन वीडियो में उन पुलिस अधिकारियों के चेहरे स्पष्ट हैं जो विधायकों की बर्बर पिटाई कर रहे थे. सरकार के खास माने जाने वाले एक पुलिस अधिकारी की बदसलूकी की सैकड़ों तस्वीरें आम हैं.
कांग्रेस के विधायक संतोष मिश्रा को जूतों से पीटने का भी वीडियो वायरल है. संतोष मिश्रा के मुताबिक विधानसभा में उस दिन पुलिसकर्मी जब घुसे थे वो खामोश थे. लेकिन इसी दौरान पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह सीएम नीतीश कुमार के चेंबर में गये थे. डीएम जैसे ही नीतीश कुमार के कक्ष से बाहर निकले उन्होंने पटना के एसएसपी से कुछ बात कही औऱ फिर पुलिसकर्मियों ने विधायकों पर हमला कर दिया.
विपक्ष पहले ही कह चुका है कि नीतीश कुमार के इशारे पर विधायकों की बर्बर पिटाई की गयी. विपक्षी नेता ये भी बोल रहे हैं कि विधानसभा अध्यक्ष को कठपुतली बना कर छोड़ दिया गया है. ऐसे में लोकतंत्र में मालिक माने जाने वाले विधायकों के साथ हैवानी बदसलूकी करने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई होना मुमकिन नहीं लगता.