विदेशियों या बंगाल से भागे लोगों को अति पिछड़ों की श्रेणी में करेंगे शामिल, तो सदन से लेकर सड़क तक होगा विरोध

विदेशियों या बंगाल से भागे लोगों को अति पिछड़ों की श्रेणी में करेंगे शामिल, तो सदन से लेकर सड़क तक होगा विरोध

KAIMUR : बिहार के कैमूर जिले के रामलीला मैदान कुदरा में आज रविवार को वंचित समाज अनुसूचित जाति कल्याण महासमिति का आयोजन किया गया  था। जहां बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल भी पहुंचे हुए थे। इस दौरान संजय जयसवाल ने बिहार सरकार और लालू यादव पर जमकर हमला बोला है। संजय जायसवाल ने कहा कि यदि देश के प्रधानमंत्री की कुर्सी पर नरेंद्र मोदी बैठे हुए हैं तो इसका पूरा योगदान बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के संविधान का देन था। संजय जायसवाल ने कहा कि जब नरेंद्र मोदी इस कुर्सी पर बैठे तो सबसे पहले उन्होंने शोषितो और गरीबों को घर और बिजली देने का बात किया। उन्होंने कहा कि मैं लालू और नीतीश कुमार को कहना चाहता हूं जो सही मायने में अतिपिछड़ा है वहीं अतिपिछड़ा में रहना चाहिए न कि बंगाल और बांग्लादेश से भागे या विदेशी लोगों को इसमें शामिल नहीं करना चाहिए। 


संजय जायसवाल ने कहा कि यदि किसी अतिपिछड़ा के आलावा किन्हीं को इसमें शामिल किया गया तो भारतीय जनता पार्टी पुरजोर विरोध किया जाएगा। जो हिंदुस्तान का होगा उसी को इसका लाभ मिलेगा। कोई बौद्ध हो या सीख हो और भारत का हो तो ही उसे अनुसूचित जाति का लाभ मिलेगा। लेकिन, इसके बाबजूद कांग्रेस और नीतीश साजिश कर रहे हैं। इसके आगे उन्होंने कहा कि,अनुसूचित जाति में अगर ईसाई और मुस्लिम रहेंगे तो इसमें कोई भी बेटा हिंदू या सीख का बेटा आगे सरकारी नौकरी नहीं कर पाएगा। बाबासाहेब आंबेडकर ने साफ शब्दों में लिख दिया है कि वही जाति अनुसूचित जाति रहेगी जो विदेशी जाति धर्मों में नहीं जाएगी। उसी का नियम सुप्रीम कोर्ट पालन भी करता है। क्षेत्रीय दलों ने साजिश रची है कि हम अनुसूचित जाति में ईसाइयों और दूसरे लोगों को घुसा दे, जो कि होने नहीं दिया जाएगा।


जायसवाल ने कहा कि, लालू यादव जी ने साजिश के तहत आगे बढ़े मुस्लिम जाति के लोगों को भी अति पिछड़ा में शामिल करा दिया जो कि गलत है। मुस्लिम बिरादरी में भी कई बिरादरी के लोग आगे बढ़े हुए हैं,कई मंत्री हमारे साथ हैं जो अति पिछड़ा हो नहीं सकते हैं, लेकिन उन्हें भी लालू नीतीश ने अति पिछड़ा बना दिया। कोर्ट ने भी कहा है कि राजनीतिक आरक्षण उनको मिलना चाहिए जिनके प्रतिनिधि नहीं हैं। मुसलमान की अगड़ी जातियों को जबरदस्ती अति पिछड़ा बनाया गया है।