PATNA: वंचित समाज पार्टी के चुनाव अभियान समिति के चेयरमैन ललित सिंह ने महाराष्ट्र के जालना से औरंगाबाद जा रहे 16 मजदूरों के मालगाड़ी से कट कर हुई मौत पर गंभीर चिंता प्रकट की.
मजदूरों के साथ किया जा रहा अमानवीय व्यवहार
ललित सिंह ने कहा कि अफसोस की बात है कि देश के हुक्मरान गरीब मजदूरों को मजबूर बनने पर विवश किए हुए हैं. मजदूरों के साथ अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है. जिस कारण यह सभी मजदूर पैदल ही अपने घर तक पहुंचने के लिए बेचैन दिख रहे हैं और पैदल ही निकल रहे हैं. क्योंकि ना तो केंद्र सरकार और ना ही राज्य सरकार की ओर से इनके लिए गंतव्य स्थान तक पहुंचाने का कोई साधन उपलब्ध कराया जा रहा है.
हद तो यह है कि ये सरकार इन मजदूरों का विश्वास जीतने में भी सफल नहीं हो पा रही है. जिस कारण देश के लोगों को ऐसी स्थिति का लगातार सामना करना पड रहा है. एक भी सड़क हादसे का शिकार होना पड़ रहा है तो कभी रेल पटरी पर अपनी जानें गंवानी पड़ रही है. विडंबना यह है कि जब सडक़ों और रेल पटरी पर ये चलते हैं तब स्थानीय स्तर पर राज्य सरकार या स्थानीय प्रशासन के द्वारा इनके भोजन -पानी की कोई व्यवस्था नहीं की जाती है. बल्कि इनके साथ अमानवीय व्यवहार के रूप में इन्हें लाठी के सहारे रोकने का प्रयास किया जाता है. ऐसी स्थिति में आजाद भारत में पहली बार देखने को मिल रही है जो देश के लिए शर्मसार करने वाली स्थिति है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यह कहते नहीं थकते हैं कि सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास लेकिन इन तीनों बातों पर केंद्र सरकार कहीं से भी खरी नहीं उतर रही है. ना तो मजदूरों का साथ दे रही है ना ही मजदूरों का विश्वास जीत रही है. मजदूरों के विकास के लिए कोई कार्य योजना तैयार की जा रही है. यह देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है. जबकि देश के मजदूरों का बुरा हाल है. इसका खामियाजा केंद्र सरकार और बिहार सरकार को उठाना पड़ेगा.