VAISHALI: हाजीपुर-मुजफ्फरपुर NH-22 सर्विस लेन को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए भगवानपुर अंचलाधिकारी बुलडोजर लेकर पहुंच गये। इस दौरान दर्जनों दुकान को ध्वस्त किया गया और बुलडोजर से अतिक्रमण भी हटाया गया। हालांकि बिना सूचना के भगवानपुर अंचल कार्यालय द्वारा किये गए इस कार्रवाई का लोगो ने जोरदार विरोध किया और जमकर हंगामा हुआ।
बाद में सीओ ने कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए इलाके को अतिक्रमणमुक्त कराया। अतिक्रमण की कार्रवाई का वीडियो बना रहे लोगो को भी सीओ ने जेल भेजने की धमकी दी। जिस कारण कुछ देर तक लोग हंगामा करते रहे लेकिन किसी तरह प्रशासन ने मामले को शांत कराया। बता दें कि देर रात किए गए इस कार्रवाई पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे है।
बताया जा रहा है कि हाजीपुर-मुजफ्फरपुर एनएच 22 पर भगवानपुर अड्डा चौक पर अंचलाधिकारी ने दुकानदारों द्वारा अतिक्रमित जगह को खाली कराने के लिए बुलडोजर का उपयोग करते हुए सभी दुकानों को हटाया। दुकानदारों की माने तो अतिक्रमित जमीन को खाली करने के लिए पूर्व में कोई भी सूचना नहीं दी गई थी और कल देर शाम अचानक अंचलाधिकारी गोरौल अंशु कुमार, एनएचएआई के अधिकारी और स्थानिए प्रशासन के साथ आ धमके और दुकानों के आगे लगे अतिक्रमण को बुलडोजर से हटवाया। दुकानदारों का आरोप है कि बिना सूचना के सभी दुकानों को तोड़फोड़ कर काफी क्षति पहुंचायी गयी है। जबरन बुलडोजर चलाई जाने का वीडियो बनाने और व्यवसायियों के विरोध से सीओ अंशु कुमार भड़क गये। सीओ ने जेल भेजने की धमकी दी।
वैशाली से मुन्ना खान की रिपोर्ट