VAISHALI: वैशाली जिले के चकिया गांव में एक शादी समारोह में छोटे से विवाद के कारण बारात बिना दुल्हन को लिए वापस लौट गई थी। इस बात की जानकारी मिलते ही वैशाली थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार तुरंत लड़के वाले के घर पहुंच गये और दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर शादी संपन्न करवाई।
थानाध्यक्ष की इस मानवीय पहल से न केवल दो परिवारों का मिलन हुआ बल्कि पुलिस और जनता के बीच विश्वास भी मजबूत हुआ। वैशाली एसपी हरकिशोर राय ने भी इस घटना की प्रशंसा की है। बताया जाता है कि वैशाली थाना क्षेत्र के चकिया गांव निवासी अर्जुन पासवान के बेटी की शादी थी। बारातियों के लड़की के घर पर आने के बाद किसी बात को लेकर विवाद हो गया जिसके बाद बिना शादी किये ही बारात बिना दुल्हन के लौट गई। इस बात की जानकारी स्थानीय मुखिया ने वैशाली थानेदार को दी। जिसके बाद वैशाली थानाध्यक्ष देवदूत बनकर आए और लड़का के घर जाकर परिजनों को समझा-बूझाकर दोबारा लड़की के घर बारात लेकर आए।
जिसके बाद गम का माहौल अचानक खुशियों में तब्दिल हो गया। वैशाली थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार की मौजूदगी में खुशनुमा माहौल में विवाह संपन्न हुआ। समारोह में पुलिस कर्मियों ने विवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया और नई जिंदगी की शुरुआत को शुभ बनाया। वैशाली पुलिस के इस नेक काम से समाज में अच्छा मैसेज गया है। पुलिस की इस मानवीय पहल से दो घरों में रिश्ते जुड़े ही साथ ही आम जनता और पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ा है।
इस संबंध में वैशाली एसपी हरकिशोर राय ने बताया कि वैशाली थाना क्षेत्र के चकिया गांव निवासी अर्जुन पासवान के पुत्री के शादी समारोह में आपसी विवाद के कारण बिना शादी किए बारात वापस लौट गई थी। सूचना मिलते ही वैशाली थानाध्यक्ष लड़के के घर पहुंच गये और घरवालों को समझा-बुझाकर दोबारा बारात लेकर लड़की के घर पहुंचे जहां जब तक शादी नहीं हुई तब तक वो पुलिस कर्मियों के साथ वही बैठे रहे। वैशाली थानाध्यक्ष की मौजूदगी में खुशनुमा माहौल में शादी को संपन्न कराया गया। पुलिस की इस पहल की चर्चा पूरे जिले में हो रही है। लोग पुलिस की प्रशंसा कर रहे हैं कह रहे हैं कि यदि पुलिस बीच में नहीं पड़ती तो विवाह नहीं होता और फिर पूरा परिवार गहरे सदमें में चला जाता।