ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Weather: बिहार के इन 8 जिलों में आज भीषण बारिश, आंधी-तूफ़ान को लेकर भी IMD ने चेताया बिहार में औद्योगिक विकास को नई गति: मुजफ्फरपुर टेक्सटाइल पार्क में हाई स्पिरिट कमर्शियल वेंचर्स का उद्घाटन उधर पति दुबई गया इधर सास और ननद को खिला दिया नींद की गोली, आशिक को घर पर बुलाकर रंगरेलियां मनाते पकड़ी गई बहू Bihar Crime News: दो बच्चों की मां से इश्कबाजी पड़ी भारी, लोगों ने युवक को पेड़ से बांधकर पीटा; हालात काबू करने में पुलिस के छूटे पसीने Bihar Police: हथियार लहराने वाले 5000 लोगों की खैर नहीं, स्पीडी ट्रायल के लिए स्पेशल कोर्ट...DGP ने भेजा प्रस्ताव, 2005-2011 तक हफ्ते भर में दिलाई जाती थी सजा Mahayagya: गयाजी में होगा सनातनियों का महासमागम, 21-23 जून तक श्री विद्या त्रिकोटि कुमकुमार्चन महायज्ञ का आयोजन Mahayagya: गयाजी में होगा सनातनियों का महासमागम, 21-23 जून तक श्री विद्या त्रिकोटि कुमकुमार्चन महायज्ञ का आयोजन Bihar News: उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा का झंझारपुर और लखनौर का दौरा..प्रखंड 20 सूत्री अध्यक्ष-उपाध्यक्ष से की मुलाकात, बोले- जन आकांक्षाओं को मिलेगी नई ऊर्जा Bihar Train News: बिहार के इस रेलखंड पर चलने वाली तीन जोड़ी ट्रेनों के ठहराव और समय में बदलाव, जानिए.. शेड्यूल Bihar Train News: बिहार के इस रेलखंड पर चलने वाली तीन जोड़ी ट्रेनों के ठहराव और समय में बदलाव, जानिए.. शेड्यूल

UPTET पेपर लीक मामले में आरोपी बिहार BJP विधायक का भाई, पॉलिटिकल कनेक्शन की जांच में जुटी STF

1st Bihar Published by: Updated Fri, 03 Dec 2021 03:25:26 PM IST

UPTET पेपर लीक मामले में आरोपी बिहार BJP विधायक का भाई, पॉलिटिकल कनेक्शन की जांच में जुटी STF

- फ़ोटो

DESK : इस वक्त एक बड़ी खबर आ रही है जहां UPTET पेपर लीक मामले में गिरफ्तार आरोपी खुद को बिहार BJP विधायक का भाई बता रहा है. बता दें आरएसएम फिनसर्व कंपनी का डायरेक्टर राय अनूप प्रसाद पूछताछ के दौरान खुद को बिहार के नरकटियागंज से बीजेपी विधायक रश्मि वर्मा का भाई बता रहा था. 


इस मामले में अब एसटीएफ इस एंगल की भी जांच में लग गई है कि कहीं पेपर लीक का कोई पॉलिटिकल कनेक्शन तो नहीं है. यह भी बताया जा रहा है कि राय अनूप प्रसाद मूल रूप से गोरखपुर का रहने वाला है. वहीं अब एसटीएफ परीक्षा नियामक प्राधिकारी संजय उपाध्याय और राय अनूप प्रसाद के बीच कनेक्शन का लिंक भी तलाश रही है.


बता दें अबतक की जांच से साफ हो गया है कि एक साजिश के तहत 26 अक्टूबर को आरएसएम फिनसर्व नाम की कंपनी को पेपर प्रिंट कराने का ठेका दिया गया या फिर दिलाया गया. जिसके पास सही तरीके से पेपर प्रिंट करने का इंतजाम तक नहीं था. जहां साजिश रचने वालों को ये मालूम था कि फिनसर्व के पास सही तरीके से पेपर छापने का इंतजाम नहीं है और ये पेपर कुछ छोटी और असुरक्षित प्रेस में छपेंगे. पेपर लीक कराने वाले सिंडिकेट से जुड़े लोग ऐसी छोटी और असुरक्षित प्रेसों पर मौजूद थे. पेपर इन प्रेसों में छपा और यहीं से पेपर बेचने वालों के हाथ लग गया.