PATNA : पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा एक लंबे समय के अंतराल के बाद अपने पुराने साथी नीतीश कुमार के साथ आ गए हैं. कुशवाहा ने रालोसपा का विलय जेडीयू में करा दिया है. रविवार को सीएम नीतीश ने खुद कुशवाहा को जेडीयू में शामिल कराया और उन्हें पार्टी के राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बना दिया. लेकिन हम आपको कुशवाहा के कुछ ऐसे बयानों के बारे में फिर से बताने जा रहे हैं, जो उन्होंने नीतीश कुमार को लेकर दिए थे. इन बयानों के बारे में जानकार आपको भी काफी हैरानी होगी.
बात 3 साल पहले की है. 21 दिसंबर 2018 को शाम में 5 बजकर 18 मिनट पर उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार की यूएसपी पर बड़ा सवाल खड़ा करते हुए ये कह दिया था कि क्या मुख्यमंत्री आवास में अपराधी घुसकर एके-47 चलाएंगे, तब नीतीश को पता चलेगा कि बिहार में लालू-राबड़ी राज के जंगलराज से बदतर स्थिति है. कुशवाहा ने नीतीश कुमार के सुशासन पर सवाल उठाते हुए लिखा कि "क्या 1अण्णे मार्ग में अपराधी घुस कर एके-47 चलाएंगे, तब आपको पता चलेगा कि राज्य में कथित जंगल राज से बदतर स्थिति है आज?"
गौरतलब को कि साल 2018 में राजधानी पटना के बड़े कारोबारी गुंजन खेमका की गोलियों से भून कर हत्या कर दी गई. थी. गुंजन खेमका पटना से जब हाजीपुर जा रहे थे, तभी अपराधियों ने उनके ऊपर गोलियों से हमला कर दिया. अंधाधुंध गोली चलने से गुंजन खेमका को गाड़ी में ही गोली लग गई और घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई थी.
यह वही वक्त था, जब कुशवाहा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था. कुशवाहा ने 10 दिसंबर 2018 को पीएम मोदी के काम करने के तरीके पर ऊँगली उठाते हुए खुद को एनडीए से अलग कर लिया और अगले ही साल 2019 में महागठबंधन का डोर थामकर लोकसभा चुनाव लड़े.
केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद कुशवाहा कारोबारी गुंजन खेमका के परिजनों से मिलने पटना पहुंचे. खेमका के परिजनों से भेंट कर कुशवाहा ने उन्हें सात्वना दी और सीएम नीतीश कुमार की यूएसपी पर सवाल खड़ा किया. विधि व्यवस्था पर जमकर हमला बोलते हुए कुशवाहा ने तह सीएम आवास में AK-47 चलने की बात कह दी.
गौरतलब हो कि 8 साल बाद सीएम नीतीश का नेतृत्व कबूलने वाले कुशवाहा ये भी कह चुके हैं कि नीतीश कुमार सुशासन की गरिमा को बनाये रखने के लिए आखिर रालोसपा के और कितने साथियों की बलि लेंगे. पूर्वी चंपारण जिले के पकड़ीदयाल निवासी सह राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष प्रेमचंद्र कुशवाहा की गोली मार कर हत्या किये जाने की घटना से नाराज कुशवाहा ने ये बात कही थी.