बदल गये उपेंद्र कुशवाहा के सुर, कहा-सीएम पद के लिए तेजस्वी की दावेदारी पर एतराज नहीं, महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर बातचीत शुरू

बदल गये उपेंद्र कुशवाहा के सुर, कहा-सीएम पद के लिए तेजस्वी की दावेदारी पर एतराज नहीं, महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर बातचीत शुरू

PATNA : बिहार के महागठबंधन में शामिल छोटे दलों के सुर बदलने लगे हैं. अब उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि उन्हें सीएम पद पर तेजस्वी यादव की दावेदारी पर कोई एतराज नहीं है. कुछ दिनों पहले तक कुशवाहा और जीतन राम मांझी जैसे नेता कह रहे थे कि महागठबंधन में मुख्यमंत्री पद का दावेदार कौन होगा ये चुनाव के बाद तय किया जायेगा.

क्या बोले उपेंद्र कुशवाहा

एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि उन्होंने कभी मुख्यमंत्री पद के लिए तेजस्वी यादव की दावेदारी का विरोध नहीं किया. उन्होंने सिर्फ इतना कहा है कि महागठबंधन के सभी दलों को साथ बैठ कर इस पर फैसला ले लेना चाहिये. कुशवाहा ने कहा कि ये कहना गलत है कि महागठबंधन में अतंर्कलह है. ऐसा टकराव तो एनडीए में भी देखने को मिल रहा है. महागठबंधन में एकता है और सारे मामले समय रहते सुलझा लिये जायेंगे. 




सीट शेयरिंग पर बातचीत शुरू

उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर बातचीत शुरू हो गयी है. हालांकि इसमें अभी समय लगेगा लेकिन गठबंधन में शामिल पार्टियों के बीच चर्चा शुरू हो गयी है. ये पूछे जाने पर कि आरजेडी ने 150 सीटों पर दावा ठोंका है, कुशवाहा ने कहा कि पार्टियां अलग अलग दावे कर सकती हैं लेकिन सीट शेयरिंग सभी पार्टियों को ध्यान में रखकर होगा. 

कन्हैया कुमार सीएम पद के दावेदार नहीं

उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि वे सीपीआई को महागठबंधन में शामिल करने के पक्षधर हैं. सीपीआई ही नहीं बल्कि सभी लेफ्ट पार्टियों को महागठबंधन में शामिल किया जाना चाहिये. लेकिन सीपीआई और कन्हैया कुमार में फर्क है. महागठबंधन में सीपीआई का महत्व है. कन्हैया कुमार उस पार्टी के एक नेता हो सकते हैं. कुशवाहा ने कहा कि वे कन्हैया कुमार को मुख्यमंत्री पद का दावेदार नहीं मानते हैं. कन्हैया कुमार भीड़ को इकट्ठा करने वाले नेता हैं लेकिन उन्हें अभी सीएम पद का दावेदार मान लेना काल्पनिक बात है. 


बिहार में समय पर हो चुनाव

उधर उपेंद्र कुशवाहा ने आरजेडी के उलट बिहार में तय समय पर चुनाव कराने की मांग कर दी है. उन्होंने कहा कि बिहार में तय समय पर चुनाव होने चाहिये ताकि जनता को नीतीश कुमार से छुटकारा मिल सके. कुशवाहा ने कहा कि उन्होंने कभी चुनाव आयोग से चुनाव टालने की मांग नहीं की है. हां, चुनाव आयोग से इतना जरूर कहा है कि वह निष्पक्ष चुनाव कराने की व्यवस्था करे. चुनाव इस तरीके से कराये जायें कि आम लोगों की जान पर कोई खतरा नहीं हो. हम चुनाव लडने के लिए तैयार हैं. 

राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि चुनाव प्रचार में सभी पार्टियों को बराबर मौका मिलना चाहिये. अगर डिजिटल तरीके से प्रचार होगा तो बीजेपी और जेडीयू को फायदा मिलेगा. इन दोनों पार्टियों के पास अपार पैसा है, वे एक डिजिटल रैली पर करोड़ों खर्च कर सकते हैं. गरीब पार्टियां इतना खर्च नहीं कर सकतीं. ऐसे में चुनाव मजाक बन कर रह जायेगा. चुनाव आयोग को तय करना होगा कि सभी पार्टियों को बराबर का मौका मिले.