उल्लेखनीय योगदान के लिए पीएचडी की मानद उपाधि से सम्मानित हुए खुर्शीद अहमद

उल्लेखनीय योगदान के लिए पीएचडी की मानद उपाधि से सम्मानित हुए खुर्शीद अहमद

PATNA : एडवांटेज मीडिया ग्रुप के संस्थापक और सीईओ खुर्शीद अहमद को रविवार को नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में पीएचडी की मानद उपाधि और गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। उत्तर प्रदेश के मेरठ स्थित शोभित यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. अजय राणा के हाथों यह उपाधि उन्हें दी गयी है। उन्हें यह सम्मान कैरेबियन देश हैती के थियोफनी विश्वविद्यालय की ओर से मिला है। खुर्शीद अहमद को यह उपाधि स्वास्थ्य और सामाजिक कार्य के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया गया है।


इस सम्मान को लेकर खुर्शीद अहमद कहते हैं कि हर सम्मान और पुरस्कार हमें पहले से और बेहतर काम करने के लिए प्रेरित करता है। वे बताते है कि कोरोना काल में जब रमजान का महीना चल रहा था, तब बिना खाये, पीये मैं दिन रात लोगों की सहायता करने में लगा रहता था। कोशिश थी कि इस कठिन समय में ज्यादा से ज्यादा लोगों की परेशानी दूर सकूं। इन दिनों स्वास्थ्य विभाग, अस्पताल और आम लोगों से जुड़ा रहा। मैं जमीन से जुड़ा एक साधारण इंसान हूं, लेकिन स्वास्थ्य सेवाओं और डॉक्टरों से जुड़ें रहने के कारण स्वास्थ्य सेवाओं की अहमियत को मैंने समझा है और कोरोना के दौरान डॉक्टर न होते हुए भी लोगों की जान बचाने में अपना योगदान दे सका। अच्छे डॉक्टरों से जुड़ कर सोशल वर्क करने का ही पुरस्कार है कि इस पीएचडी उपाधी के कारण अब मेरे नाम में भी डॉक्टर शब्द लग गया।


इस सम्मान पर खुर्शीद अहमद कहते हैं कि कुछ वर्ष पहले जब पीएचडी की मानद उपाधि से शाहरुख खान को सम्मानित किया गया था। तब जान कर अच्छा लगा था कि जो लोग समाज के अलग-अलग क्षेत्रों में बेहतर काम कर रहे हैं उन्हें एक यूनिवर्सिटी ने सम्मानित किया है। अब जब मुझे पीएचडी से सम्मानित किया जा रहा तो मेरे लिए भी यह बेहद खुशी और गर्व का पल है। खुर्शीद अहमद को इससे पूर्व भी कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं की ओर से पुरस्कृत किया जा चुका है। 2015 में उन्हें कैंसर अवेयरनेस सोसायटी की ओर से ग्लोबल साबरी अवार्ड अमेरिका के मियामी, फ्लोरिडा में मिल चुका है। उन्हें यह अवार्ड टोबैको फ्री बिहार कैंपेन के लिए दिया गया था। वहीं कोविड काल में मरीजों की निस्वार्थ भाव से मदद करने के लिए इन्हें सीएसआर हेल्थ इंपैक्ट अवार्ड 2021 से भी सम्मानित किया जा चुका है। 


खुर्शीद अहमद की कोशिशों से बिहार के सबसे पिछड़े जिलों में से एक अररिया जिले में अगस्त 2021 में 30 बेड के चैरिटेबल अस्पताल का उद्घाटन किया गया है। इन्होंने विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से इसे यहां शुरू करवाने में कामयाबी हासिल की है। इस अस्पताल में मात्र 20 रुपए की टोकन मनी पर इलाज होता है।कोरोना काल में शुरू हुए इस अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई की भी व्यवस्था है। खुर्शीद अहमद ने बताया कि इस अस्पताल को स्थापित करने में कई लोगों ने मदद की। जिसमें प्रख्यात सर्जन डॉ. ए ए हई द्वारा संचालित हई फाउंडेशन, इंजीनियर मंजूर आलम, ब्राइड इंडिया फाउंडेशन, एसोसिएशन ऑफ 41 क्लब्स ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय दूत पीबी प्रसाद और गूंज एनजीओ शामिल है। एडवांटेज ग्रुप के एडवांटेज केयर की ओर से कोरोना काल में मुफ्त एंबुलेंस सेवा शुरु की गयी। पूरे पटना में इसके तहत एंबुलेंस ने मरीजों को अस्पताल पहुंचाया। दो एंबुलेंस इस दौरान 24 घंटे काम करती रही। सैकड़ों मरीजों को इस मुफ्त सेवा का लाभ मिला।


खुर्शीद अहमद देश-विदेश के विभिन्न प्रतिष्ठित पुरस्कारों से पूर्व में सम्मानित हो चुके हैं। पब्लिक रिलेशन से लेकर स्वास्थ्य और समाज सेवा के लिए उन्हें अनेकों बार पुरस्कार मिल चुके हैं। वर्ल्ड बैंक फाइनेंशियल कम्यूनिकेशन अवार्ड श्रेणी में गोल्ड साबरी अवार्ड, साउथ एशिया 2014, हेल्थ केयर एंड फार्मा श्रेणी और पीआर प्रोफेशनल श्रेणी में 2015 का आईपीआरसीसीए अवार्ड, 2015 में ही गोल्ड साबरी अवार्ड, साउथ एशिया तीन श्रेणियों में, टाइम्स ऑफ इंडिया की ओर से बिहार हेल्थ केयर अचिवर्स अवार्ड 2015 मिल चुका है। उन्हें 2015 में ही कैंसर अवेयरनेस सोसायटी की ओर से ग्लोबल साबरी अवार्ड अमेरिका के मियामी, फ्लोरिडा में मिल चुका है। उन्हें यह अवार्ड टोबैको फ्री बिहार कैंपेन के लिए दिया गया था। इसके साथ ही कोरोना काल में उन्हें इंडियन ग्लोरी अवार्ड संस्था की ओर से सोशल वर्कर ऑफ द ईयर पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। कोविड काल में मरीजों की निस्वार्थ भाव से मदद करने के लिए इन्हें सीएसआर हेल्थ इंपैक्ट अवार्ड 2021 से सम्मानित किया गया था। ये पुरस्कार कोविड सोशल चैंपियंस कैटेगरी में दिया गया था। आईएसडब्लू काउंसिल की ओर से यह पुरस्कार स्वास्थ्य के क्षेत्र में उनके काम को देखते हुए दिया गया था।


खुर्शीद अहमद पटना के जाने-माने उद्यमी हैं। एडवांटेज ग्रुप के संस्थापक और सीईओ खुर्शीद अहमद ने बतौर उद्यमी मात्र सात सौ रुपए से अपना काम शुरू किया था। तीस वर्षों में उन्होंने एडवांटेज ग्रुप को विभिन्न क्षेत्रों में बुलंदियों तक पहुंचाने में कामयाबी हासिल की है। एडवरटाइजिंग और पब्लिक रिलेशन के क्षेत्र में एडवांटेज ग्रुप बिहार का सबसे बड़ा और विश्वसनीय ब्रांड बना चुका है। उनके क्लाइंटों में पारस एचएमआरआई हॉस्पिटल, हई मेडिकेयर रिसर्च इंस्टिच्यूट, एशियन हॉस्पिटल, रूबन इमरजेंसी हॉस्पिटल, केयर इंडिया, नारायणा अस्पताल, मेदांता अस्पताल पटना, यूनिसेफ, यूएनएफपीए, आईएफसी वल्र्ड बैंक आदि बड़े ब्रांड शामिल रहें हैं।


पटना के नामचीन अस्पतालों की लांचिंग में खुर्शीद अहमद और एडवांटेज ग्रुप का बड़ा योगदान रहा है। जिसमें रूबन अस्पताल, पारस एचएमआरआई अस्पताल, पटना, पारस ग्लोबल अस्पताल, दरभंगा, पारस एचईसी अस्पताल, रांची, जयप्रभा मेदांता सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, मगध अस्पताल आदि प्रमुख नाम हैं। डॉ. खुर्शीद अहमद एक कामयाब उद्यमी होने के साथ ही विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता के लिए भी काम कर चुके हैं। 2015-16 में केयर इंडिया के साथ जुड़ कर कालाजार को खत्म करने में जन-जागरूकता फैलाने के लिए सहयोग दिया था। कुछ दिनों पूर्व राजगीर स्थित बिहार पुलिस अकादमी में प्रशिक्षु अधिकारियों को ड्रग की समस्या से कैसे लड़े और इसे कैसे समाज से दूर करें, इसकी ट्रेनिंग भी इन्होंने दी है।


इस कार्यक्रम में 300 लोग शामिल हुए। जिनमें अलग-अलग क्षेत्र में बेहतरीन कार्य के लिए 200 लोगों को पीएचडी अवार्ड से नवाजा गया। इस मौके पर गणमान्य व्यक्तियों में श्री कैलाश विजयवर्गीय, श्री तरुण चुघ, श्री नरेंद्र सिंह तोमर, कूलिबली डी. हर्वे, साजिया शोजाई, डॉ. इंद्रजीत घोष, डॉ. अजय राणा, डॉ. पीके राजपूत, जनरल डॉ. विक्रम देव डोगरा, डॉ. पुनीत कुमार द्विवेदी, श्री अभिषेक अग्रवाल, डॉ. बबीता कटारिया, डॉ. लता सुरेश, डॉ. नूपुर धमीजा, डॉ. प्रियल आनंद, डॉ. ज्योत्सना पंडित भी मौजूद थें।