DESK: तीन बेटों को कोरोना के कारण आइसोलेट किया गया है. जिसके कारण घर भी सील हो गया. इस बीच महिला पति के साथ मायके पहुंच गई. लेकिन मायके वालों ने घर में रखने से इंकार कर दिया और कहा कि फिलहाल तो यहां से चले जाइये. आपके कारण परिवार को खतरे में नहीं डाल सकते हैं. यह मामला मध्यप्रदेश के उज्जैन की है.
इंदौर की रहने वाली है महिला
बताया जा रहा है कि इंदौर के कागजी मोहल्ला में रहने वाल पति-पत्नी और तीन लड़के रहते थे. लेकिन तीनों लड़के कोरोना के संदिग्ध निकले. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने तीनों को अपने साथ ले गई और आइसोलेट कर दिया. घर भी सील हो गया. मजबूर महिला पति को लेकर पैदल ही उज्जैन अपने मायके आ गई. लेकिन यहां भी मुसीबत कम नहीं हुई. यहां भी अपनों ने कोरोना के डर से मुंह मोड़ लिया. घंटों दोनों पेड़ के नीचे हताश और परेशान बैठे रहे.
पुलिस ने भेजा हॉस्पिटल
इसके बारे में कुछ लोगों ने पुलिस को सूचना दी तो पुलिस पहुंची और दोनों को हॉस्पिटल भेजा. महिला ने बताया कि तीन बेटे हैं, सभी को इंदौर पुलिस-प्रशासन की टीम ले गई. किस हॉस्पिटल में भर्ती कराया, हमें कुछ नहीं मालूम. हम कागजीपुरा के जिस मकान में रहते हैं, वह भी सील कर दिया है. इस कारण बहुत डर गए. वे हमें घर के अंदर बंद करने वाले थे. मैं बहुत डर गई थी, इस कारण घबराकर वहां से रात तीन बजे पति इनायत हुसैन के साथ पैदल चल दी. बता दें की इंदौर में कोरोना कहर बरपा रहा है. यहां पर अबतक 10 लोगों की मौत हो चुकी है. 130 से अधिक लोग कोरोना पॉजिटिव है.