DESK: राजस्थान के उदयपुर में दिनदहाड़े एक दर्जी कन्हैयालाल की बर्बरता पूर्वक हत्या कर दी गई। दो की संख्या में दुकान में घुसे हत्यारों ने धारदार हथियार से कन्हैयालाल का गला अलग कर दिया। यही नहीं वीडियो भी बनाया जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। उदयपुर में दर्जी की निर्मम हत्या की घटना को बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने दुखद बताते हुए हत्यारों को फांसी की सजा दिए जाने की मांग की। वही राजद नेता व बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी दोनों दरिंदो को तुरंत सजा दिए जाने की मांग कर दी।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि "धर्म के ऐसे तथाकथित रक्षकों को स्पीडी ट्रायल चला बीच चौराहे पर फांसी दी जाए ताकि धर्म के आड़ में कोई दुबारा ऐसी हरकत ना कर पाए" तो वही नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर यह लिखा है कि "उदयपुर की दरिंदगी से मन व्यथित है। धार्मिक कट्टरपंथ किसी भी समुदाय को ना सिर्फ अँधा बनाता है बल्कि उनके सोचने समझने की शक्ति छीन लेता है और एक कट्टरपंथ दुसरे कट्टरपंथ को पोषित करता है।दरिंदो को तुरंत सजा मिले। आइए, हम सब मिलकर बापू-बाबा साहेब का समतावादी सहिष्णु देश फिर से बनाये।"
उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की हत्या के विरोध में लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान दुकानें बंद करायी गयी। हालात की गंभीरता को देखते हुए सीएम अशोक अशोक गहलोत ने अधिकारियों की हाई लेवल मीटिंग की और कई आवश्यक निर्देश दिये। इस दौरान इंटरनेट सेवा को तत्काल बंद करने का निर्देश दिया गया। वही हंगामा और प्रदर्शन को देखते हुए कई इलाकों में कर्फ्यू भी लगाया गया है। गिरफ्तारी के बाद दोनों हत्यारों की पहचान पुलिस ने कर ली है। एक की पहचान रफीक मोहम्मद और अब्दुल जब्बार के रूप में हुई है। दोनों उदयपुर के सुरजपोल का रहने वाला है। राजस्थान के मुख्य सचिव ने प्रदेशभर में 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद किए जाने और सभी ज़िलों में आगामी एक महीने तक धारा 144 लागू करने का निर्देश जारी किया है।