उदयनिधि स्टालिन के बाद अब प्रियांक खरगे और ए.राजा के खिलाफ मुकदमा, सनातन धर्म को लेकर दिया है विवादित बयान

उदयनिधि स्टालिन के बाद अब प्रियांक खरगे और ए.राजा के खिलाफ मुकदमा, सनातन धर्म को लेकर दिया है विवादित बयान

MUZAFFARPUR: बड़ी खबर मुजफ्फरपुर से आ रही है, जहां तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के बाद अब डीएमके नेता ए.राजा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे के खिलाफ कोर्ट में परिवाद दायर हुआ है। वकील सुधीर कुमार ओझा ने मुजफ्फरपुर सिविल कोर्ट में दोनों के खिलाफ परिवाद दायर कराया है। परिवादी ने आरोप लगाया है कि डीएमके नेता ए.राजा और प्रियांक खरगे द्वारा सनातन धर्म को लेकर दिए गए विवादित बयान के कारण पूरे देश के हिंदुओं की भावना को ठेस पहुंची है।


दरअसल, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के मंत्री बेटे उदयनिधि स्टालिन के विवादित बयान से शुरू हुआ सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक के बाद एक विपक्ष के नेता सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान दे रहे हैं। उदयनिधि स्टालिन के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्ल्कार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे और DMK नेता ए. राजा ने सनातन धर्म को लेकर विवादित टिप्पणी की। सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान देने के मामले में उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ मुजफ्फरपुर में मुकदमा दर्ज होने के बाद अब डीएमके नेता ए.राजा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे के खिलाफ कोर्ट में परिवाद दायर हुआ है। जिस पर आगामी 16 सितंबर को कोर्ट सुनवाई करेगा।


बता दें कितमिलनाडु के सीएम स्टालिन के बेटे और सरकार में खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने चेन्नई में एक कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों से कर दी थी। उन्होंने सभा में मौजूद लोगों से कहा था कि कुछ चीजें हैं, जिन्हें हमें खत्म करना है और हम सिर्फ विरोध नहीं कर सकते। मच्छर, डेंगू, कोरोना और मलेरिया ऐसी चीजें हैं, जिनका हम विरोध नहीं कर सकते, उन्हें खत्म करना होता है। सनातन धर्म भी ऐसा ही है। सनातन का विरोध नहीं, बल्कि उसे खत्म कर देना चाहिए।


स्टालिन के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे ने कहा कि कोई भी धर्म जो समान अधिकार नहीं देता है या आपके साथ इंसानों जैसा व्यवहार नहीं करता है वह बीमारी के समान है। कोई भी धर्म जो समानता को बढ़ावा नहीं देता है या यह सुनिश्चित नहीं करता है कि आपको इंसान होने का सम्मान मिले, वह मेरे अनुसार धर्म नहीं है। इसके बाद डीएमके के नेता ए राजा ने सनातन धर्म की तुलना HIV से कर दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ए राजा ने कहा है कि सनातन धर्म सामाजिक बीमारी है। यह कुष्ठ रोग और एचआईवी से भी ज्यादा घातक है।