science city : पटना में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी आज से आम जनता के लिए खुली, हर घंटे 50 दर्शकों को मिलेगा प्रवेश

पटना की डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी आम जनता के लिए खुली। ऑनलाइन टिकटिंग से प्रवेश, 269 मॉडल, 4D थिएटर, बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए फ्री एंट्री।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 23 Dec 2025 09:40:08 AM IST

science city : पटना में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी आज से आम जनता के लिए खुली, हर घंटे 50 दर्शकों को मिलेगा प्रवेश

- फ़ोटो

science city : पटना में आधुनिक डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी आज से आम जनता के लिए खोल दी गई है। उद्घाटन के तीन महीने बाद यह सुविधा अब आम दर्शकों के लिए उपलब्ध हो गई है। इस साइंस सिटी में प्रवेश के लिए केवल ऑनलाइन बुकिंग अनिवार्य है, और ऑन‑स्पॉट टिकट काउंटर की सुविधा उपलब्ध नहीं होगी। इसके लिए विशेष ई‑टिकटिंग पोर्टल भी लॉन्च किया गया है, जिससे घर बैठे लोग अपनी विजिट की योजना बना सकते हैं।


साइंस सिटी रोजाना सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक खुलेगी। प्रवेश की सुविधा को नियंत्रित करने के लिए हर घंटे अधिकतम 50 दर्शकों को ही अंदर जाने की अनुमति दी जाएगी। दर्शक अपनी सुविधानुसार www.apjsciencecity.com वेबसाइट पर जाकर टिकट बुक कर सकते हैं। टिकट बुकिंग में विजिट की तारीख, स्लॉट और विजिटर्स की कैटेगरी का चयन करना होगा। भुगतान के बाद ई‑टिकट का प्रिंट लेकर या मोबाइल में टिकट दिखाकर प्रवेश किया जा सकता है।


प्रवेश शुल्क के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया है कि 12 साल से अधिक आयु वाले दर्शकों के लिए प्रवेश शुल्क 50 रुपए रखा गया है। वहीं, 5 से 12 साल के बच्चों के लिए टिकट मात्र 10 रुपए है। इसके अलावा, यदि कोई स्कूल, कॉलेज या विश्वविद्यालय का छात्र समूह या किसी संस्था के माध्यम से 25 या उससे अधिक संख्या में आए तो उन्हें फ्री एंट्री दी जाएगी। इसी तरह दिव्यांग जन और 70 साल से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी मुफ्त प्रवेश की सुविधा उपलब्ध है।


इस साइंस सिटी का उद्घाटन इस साल 21 सितंबर को मुख्यमंत्री द्वारा किया गया था, लेकिन उस समय यह आम जनता के लिए खोलने की तैयारी पूरी नहीं थी। अब उद्घाटन के तीन महीने बाद आम दर्शक इसे अपनी सुविधा अनुसार दौरा कर सकते हैं। यह परियोजना महान वैज्ञानिक और पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की स्मृति में बनाई गई है और लगभग 20.5 एकड़ क्षेत्र में फैली हुई है।


साइंस सिटी में विज्ञान आधारित कुल 5 गैलरी बनाई गई हैं, जिनमें से दो गैलरी—बीए साइंटिस्ट्स गैलरी और बेसिक साइंस गैलरी—अब दर्शकों के लिए उपलब्ध हैं। इन गैलरियों में विज्ञान और तकनीक से जुड़े विभिन्न मॉडल और प्रदर्शनी देखने को मिलेंगे, जो छात्रों और विज्ञान प्रेमियों के लिए विशेष रूप से आकर्षक हैं। कुल मिलाकर साइंस सिटी में 269 साइंस मॉडल, 4D थिएटर, 500 सीटर ऑडिटोरियम और स्टूडेंट डॉरमेट्री जैसी आधुनिक सुविधाएं हैं, जो इसे बिहार के सबसे बड़े और आधुनिक विज्ञान केंद्रों में से एक बनाती हैं।


साइंस सिटी का उद्देश्य न केवल विज्ञान को आम जनता तक पहुंचाना है, बल्कि छात्रों और युवा पीढ़ी में विज्ञान और नवाचार के प्रति रुचि को भी बढ़ावा देना है। 4D थिएटर में विज्ञान से संबंधित इंटरैक्टिव अनुभव दर्शकों को आकर्षित करेंगे, जबकि ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम और लेक्चर विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं के लिए उपयोगी साबित होंगे। इसके अलावा स्टूडेंट डॉरमेट्री सुविधा स्कूल, कॉलेज और अन्य संस्थानों से आने वाले छात्रों के लिए लंबी अवधि के दौरे को आसान बनाएगी।


साइंस सिटी के उद्घाटन से पहले प्रशासन ने सभी सुरक्षा और व्यवस्थागत तैयारियों को सुनिश्चित किया। प्रत्येक दर्शक के लिए समय स्लॉट निर्धारित किए गए हैं ताकि भीड़ और अव्यवस्था से बचा जा सके। ई‑टिकटिंग प्रणाली के माध्यम से डिजिटल भुगतान और ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा ने साइंस सिटी को और अधिक सुव्यवस्थित और आधुनिक बनाया है।


इस साइंस सिटी में आने वाले दर्शक न केवल विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों के बारे में जान पाएंगे, बल्कि उन्हें नवाचार और प्रयोगात्मक विज्ञान के बारे में भी जानकारी मिलेगी। बीए साइंटिस्ट्स गैलरी में युवा वैज्ञानिकों और उनके शोध कार्यों को प्रदर्शित किया गया है, वहीं बेसिक साइंस गैलरी में विज्ञान की बुनियादी अवधारणाओं को आसान और रोचक तरीके से समझाया गया है।


साइंस सिटी में आने वाले दर्शकों को एक सुरक्षित और शिक्षाप्रद अनुभव देने के लिए हर घंटे में प्रवेश सीमित किया गया है। वेबसाइट पर टिकट बुक करने के बाद दर्शक निश्चित समय पर प्रवेश कर सकते हैं और साइंस सिटी के आकर्षणों का आनंद ले सकते हैं। प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष व्यवस्थाएं रहें और उन्हें कोई असुविधा न हो।


पटना के लिए यह साइंस सिटी न केवल एक पर्यटन स्थल है, बल्कि शिक्षा और नवाचार के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी। यह छात्रों, शोधकर्ताओं और विज्ञान उत्साही लोगों के लिए एक प्रेरणास्त्रोत साबित होगी और डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के वैज्ञानिक दृष्टिकोण और योगदान को जीवित रखेगी।


इस प्रकार, आज से पटना के नागरिक और आसपास के क्षेत्रों के लोग डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी में जाकर विज्ञान और तकनीक की दुनिया का अनुभव कर सकते हैं और शिक्षा के साथ-साथ मनोरंजन का भी लाभ उठा सकते हैं।