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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 30 Sep 2024 07:06:32 AM IST
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तिरुपति मंदिर के लड्डू मामले पर आज सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगी। याचिकाकर्ता ने कहा है कि जांच में यह तथ्य सामने आए हैं कि तिरुमाला में लड्डू प्रसादम में पशु चर्बी मछली का तेल और अन्य मासाहारी चीजों का इस्तेमाल किया गया था। यह कृत्य न केवल हिंदू धार्मिक रीति-रिवाजों का घोर उल्लंघन है बल्कि इससे उन असंख्य भक्तों की भावनाओं को भी गहरा आघात पहुंचा है। इसके बाद अब यह मामला कोर्ट पहुंचा है।
सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर प्रकाशित वाद सूची के अनुसार, जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस केवी विश्वनाथन की पीठ 30 सितंबर को मामले की सुनवाई करेगी। वहीं, अधिवक्ता सत्यम सिंह द्वारा दायर याचिका में मंदिर का संचालन करने वाले तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ट्रस्ट के आपराधिक षड्यंत्र और कुप्रबंधन की सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक समिति का गठन कर न्यायिक जांच कराने या सीबीआई जांच का निर्देश देने की मांग की गई है।
याचिका में कहा गया है कि जांच में यह तथ्य सामने आए हैं कि तिरुमाला में लड्डू प्रसादम में पशु चर्बी, मछली का तेल और अन्य मासाहारी चीजों का इस्तेमाल किया गया था। यह कृत्य न केवल हिंदू धार्मिक रीति-रिवाजों का घोर उल्लंघन है, बल्कि इससे उन असंख्य भक्तों की भावनाओं को भी गहरा आघात पहुंचा है। हालांकि, मुख्यमंत्री ने आगे इस मामले में सफाई देते हुए कहा, 'अब शुद्ध घी का इस्तेमाल किया जा रहा है और मंदिर में हर चीज को साफ कर दिया गया है, जिससे गुणवत्ता में सुधार हुआ है।'
इधर, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने रविवार को यहां तिरुमाला में भगवान श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना की। सीजेआइ ने अपने स्वजनों के साथ गर्भगृह में प्रार्थना की। भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन के बाद सीजेआइ और उनके स्वजनों ने रंगनायकुला मंडपम में मंदिर के पुजारियों से वैदिक आशीर्वाद लिया।