ठाकुर का कुआं वाली कविता का जवाब दें लालू, बोले गिरिराज..समाज में झगड़ा लगाने की हो रही कोशिश

ठाकुर का कुआं वाली कविता का जवाब दें लालू, बोले गिरिराज..समाज में झगड़ा लगाने की हो रही कोशिश

PATNA: राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल पर चर्चा के दौरान राजद सांसद मनोज झा ने ठाकुरों पर जो कविता पढ़ी थी, उस पर सियासी घमासान बढ़ता जा रहा है। अब बीजेपी नेता व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने राजद पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि इसका जवाब लालू जी को देना चाहिए। लालू प्रसाद यादव की पार्टी सदा से सामाजिक विषमता में विश्वास रखती है। समाज में एक दूसरे से कैसे झगड़ा लगे यह उनकी योजना रहती है। 


पटना में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ठाकुर विवाद पर कहा कि किसी भी समाज को आहत पहुंचाने का अधिकार किसी को नहीं है। महागठबंधन में दो फाड़ होने के सवाल पर गिरिराज ने कहा कि यह महागठबंधन के लोग जाने। इस पर वो क्या कहेंगे। इतना जरूर कहेंगे कि किसी को यह अधिकार नहीं है कि किसी के समाज को आहत पहुंचाए। वही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह के वह बयान जिसमें उन्होंने कहा था कि हमारी लड़ाई गणेश जी को दूध पिलाने वालों से है। इस पर गिरिराज सिंह ने कहा कि उनके नेता राहुल गांधी राम दरबार जाने के लिए व्याकुल हैं।


गौरतलब है कि ठाकुर का कुआं वाली कविता को महिला आरक्षण पर बहस के दौरान आरजेडी सांसद मनोज झा ने सदन में 22 अक्टूबर को सुनाया था। जिसके पांच दिन बाद आरजेडी के शिवहर से विधायक और पूर्व सांसद आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद ने सोशल मीडिया पर जमकर विरोध किया था। चेतन आनंद ने लिखा था कि 'हम 'ठाकुर' हैं! सबको साथ लेकर चलते हैं! समाजवाद में किसी एक जाति को टारगेट करना समाजवाद के नाम पर दोगलापन के अलावा कुछ नहीं! जब हम दूसरों के बारे में गलत नहीं सुन सकते तो अपने (ठाकुरों) पर अभद्र टिप्पणी बिल्कुल नहीं बर्दाश्त करेंगे!' कुल 54 शब्द और 19 लाइन की ठाकुर का कुआं कविता पर बिहार में सियासी संग्राम मचा हुआ है। समाज में उच्च जाति के सांसद और विधायक इसे लेकर आमने-आमने आ गये हैं। आश्चर्य की बात तो यह है कि ये दोनों आरजेडी से ही ताल्लुक रखते हैं। राष्ट्रीय जनता दल  बिहार की सत्ताधारी पार्टी है। इस पर सियासी घमासान बढ़ता दिख रहा है।