तेलंगाना और बंगाल में ओमिक्रॉन ने दिया दस्तक, बंगाल में पहला केस 7 साल के बच्चे में मिला

तेलंगाना और बंगाल में ओमिक्रॉन ने दिया दस्तक, बंगाल में पहला केस 7 साल के बच्चे में मिला

DESK: कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन का कहर कई देशों में लगातार जारी है। भारत में भी ओमिक्रॉन तेजी से अपना पांव पसार रहा है। ऐसी संभावना जतायी जा रही है कि यह केस जनवरी-फरवरी के महीने में बढ़ सकता हैं। जिस तरह डेल्टा स्ट्रेन ने रफ्तार पकड़ी थी हो सकता है कि यह वेरिएंट भी रफ्तार पकड़े। ओमिक्रॉन के ज्यादा माइल्ड केस ही सामने आने की आशंका जतायी जा रही है। पश्चिम बंगाल में ओमिक्रॉन का पहला केस सामने आया है। बंगाल के मुर्शिदाबाद में 7 साल का बच्चा ओमिक्रॉन से संक्रमित मिला है। 10 दिसंबर को यह बच्चा अबू धाबी से हैदराबाद लौटा था।


भारत में ओमिक्रॉन तेजी से अपना पांव पसार रहा है। अब तक दस राज्यों में ओमिक्रॉन पहुंच चुका है। तेलंगाना में 3 और पश्चिम बंगाल में 1 ओमिक्रॉन का नए मामले मिले हैं। अब तक देश में 65 मामले सामने आ चुके हैं। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा केस मिले हैं। महाराष्ट्र में अब तक 28 केस ओमिक्रॉन के सामने आ चुके हैं। इसके अलावे ओमिक्रॉन के मामले राजस्थान में 17, कर्नाटक में 3, गुजरात में 4, केरल में 1, आंध्रप्रदेश में 1, दिल्ली में 6, तेलंगाना में 3, पश्चिम बंगाल में 1 और चंडीगढ़ में 1 केस सामने आया है। ओमिक्रॉन से संक्रमित ज्यादातर लोगों ने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके है।  


विश्व स्वास्थ्य संगठन की तऱफ से यह कहा गया है कि ओमिक्रॉन तेजी से बढ़ रहा है और अभी यह दुनिया के 77 देशों में मौजूद है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि ओमिक्रॉन से घबराने की नहीं जरूरत नहीं है बल्कि इसके ट्रांसमिशन को रोकने की जरुरत है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना वायरस के पूर्ववर्ती स्वरूपों की तुलना में ओमिक्रॉन से कम गंभीर संक्रमण होता प्रतीत हो रहा है। बताया जा रहा है कि ओमिक्रॉन का असर डेल्टा वेरिएंट से कम रहेगा। भारत में स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि अभी यह कोशिश की जा रही है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन का फुल डोज दिया जाए।