तेजस्वी-राबड़ी समेत RJD के 92 नेताओं के खिलाफ केस, लॉकडाउन तोड़ने का मामला

तेजस्वी-राबड़ी समेत RJD के 92 नेताओं के खिलाफ केस, लॉकडाउन तोड़ने का मामला

PATNA : गोपालगंज हत्याकांड को लेकर यात्रा पर निकलने की तैयारी करने वाले तेजस्वी यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के साथ-साथ आरजेडी के नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। फर्स्ट बिहार ने शुक्रवार की दोपहर ही इस बात की जानकारी दी कि सरकार तेजस्वी और उनके नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सकती है। तेजस्वी यादव पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, तेज प्रताप यादव, जगदानंद सिंह, अब्दुल बारी सिद्दीकी समेत राजद के 32 नेताओं को नामजद किया गया है जबकि 60 अज्ञात नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ अलग-अलग धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। सरकार ने पूरे बिहार में लॉकडाउन लागू कर रखा है. इसमें किसी तरह के सियासी जमावड़े पर पूरी तरह रोक है. पुलिस कह रही है कि तेजस्वी ने और उनके समर्थकों ने आज सुबह न केवल लॉकडाउन  का उल्लंघन किया  बल्कि फिजिकल डिस्‍टेंसिंग के सरकार के निर्देश को भी ताक पर रख दिया गया. 


पटना के सिटी एसपी विनय कुमार ने कहा कि पहले पुलिस मार्च को रोकने में लगी थी. पुलिस इसके आगे विधिसम्‍मत कार्रवाई की गई. तेजस्वी के गोपालगंज मार्च में शामिल होने के लिए बड़ी तादाद में आरजेडी नेता और विधायक आज उनके आवास के पास जमा हुए थे. फिर जैसे ही तेजस्‍वी यादव, राबड़ी देवी और तेज प्रताप यादव की गाड़िया निकली भीड़ ने उन्‍हें घेर लिया. इस दौरान फिजिकल डिस्‍टेंसिंग के नियम की धज्जियां उड़ गईं. भीड़ में कई लोग बिना मास्‍क के भी थे. आरजेडी समर्थकों ने पुलिस की बैरिकेडिंग को भी गिरा दिया. हालांकि आरजेडी नेताओं के तेवर के सामने वहां मौजूद पुलिसकर्मी बेबस दिखे. पुलिसकर्मी किसी तरह से तेजस्वी का काफिला रोकने में लगी रही. मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी गोपालगंज मार्च की अनुमति नहीं मिलने का हवाला देते हुए नेताओं को समझाते दिखे लेकिन कोई कड़ा कदम उठाने की ताकत नहीं जुटा पाये.


गौरतलब है कि पिछले रविवार को गोपालगंज में एक आरजेडी नेता के परिवार के तीन सदस्‍यों की हत्‍या कर दी गई थी. इस घटना में आरजेडी नेता जेपी चौधरी भी घायल हुए, जिनके बयान पर कुचायकोट के JDU विधायक  अमरेंद्र पांडेय उर्फ पप्‍पू पांडेय के खिलाफ हत्‍या की एफआइआर दर्ज की गई है. आरजेडी नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोपित विधायक को बचाने का आरोप लगाते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की थी और ऐसा नहीं होने पर शुक्रवार की सुबह गोपालगंज मार्च पर निकलने का एलान किया था. पहले से किये गय़े एलान के मुताबिक तेजस्‍वी अपने विधायकों के साथ पटना से निकले लेकिन उन्हें पुलिस ने रोक दिया.