PATNA : बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर तेजस्वी यादव ने ऑपरेशन 48 की शुरुआत कर दी है. तेजस्वी यादव ने आगामी 7 जून को गरीब अधिकार दिवस मनाने का एलान किया है. तेजस्वी यादव ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए अपने विधायकों और जिलाध्यक्षों को ऑपरेशन 48 के तहत बड़ा टास्क दे दिया है.
प्रवासी मजदूरोंं पर फोकस
तेजस्वी यादव गुरुवार को पूरे दिन विधायकों और जिलाध्यक्षों के साथ बातचीत करते रहे और उन्होंने ऑपरेशन 48 के तहत उन्हें जो टास्क दिया है. उसमें क्वॉरेंटाइन सेंटर से निकलकर बाहर आए प्रवासियों और मजदूरों से संपर्क साधने को कहा गया है. आरजेडी नेताओं को यह काम 48 घंटे के अंदर अपने-अपने इलाकों में करना होगा. 7 जून को आरजेडी की तरफ से गरीब अधिकार दिवस मनाया जाना है और तेजस्वी ने खुद ऐलान किया है कि बाहर से आए मजदूर और बिहार के गरीब थाली और खाली बर्तन बजाकर सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर करेंगे. तेजस्वी चाहते हैं कि आरजेडी का यह कार्यक्रम जमीनी स्तर पर सफल हो. केवल पार्टी के नेता और कार्यकर्ता ही थाली या खाली बर्तन ना बजाएं बल्कि प्रवासी और मजदूर पार्टी के इस अभियान के साथ जुड़ें लिहाजा नेता प्रतिपक्ष ने ऑपरेशन 48 को एक्टिवेट कर दिया है.
प्रवासियों से फायदा उठाने की कोशिश
विधानसभा चुनाव को लेकर प्रवासियों पर नजर गड़ाए बैठे राष्ट्रीय जनता दल ने इस मामले में पहले से ही होमवर्क किया है. आरजेडी की तरफ से प्रवासियों का पूरा डाटा बेस तैयार किया गया है. प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने पार्टी पदाधिकारियों के तमाम व्हाट्सएप ग्रुप में लगातार यह निर्देश दिया था कि बाहर से आने वाले प्रवासियों और मजदूरों का नाम, मोबाइल नंबर और पता लिख कर रखा जाए. आरजेडी के अंदरूनी सूत्र बता रहे हैं कि प्रदेश नेतृत्व के इस फैसले का पार्टी को बड़ा फायदा मिलेगा. ऐसे मजदूरों और क्वॉरेंटाइन सेंटर निकले प्रवासियों की नाराजगी अगर सरकार से हुई तो राष्ट्रीय जनता दल इसका फायदा उठाएगी. अब तेजस्वी यादव ने जिस तरह ऑपरेशन 48 को एक्टिवेट किया है वह सही मायने में सफल रहा तो आने वाले चुनाव में आरजेडी की रणनीति सफल होगी. हालांकि सबकी नजरें ऑपरेशन 48 के बाद 7 जून को होने वाले गरीब अधिकार दिवस कार्यक्रम पर टिकी हुई हैं.