PATNA: प्रवासी मजदूरों को लेकर जारी किए गए पुलिस मुख्यालय के लेटर के बाद तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर हमला बोला है. तेजस्वी ने कहा कि पहले से बिहार सरकार की नीयत ठीक नहीं थी. सरकार नहीं लाना चाहती थी. अब ला दिया है तो प्रवासी मजदूरों को अपमानित कर रही है.
तेजस्वी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने दूसरे दर्जे का व्यवहार किया है. बिहार सरकार लाने और प्रवासी मजदूरों को लाने से मुकर गई. प्रवासी मजदूरों को क्वॉरेंटाइन करने से मुकर गई. क्या नीतीश कुमार इसको लेकर दोषी है कि नहीं. नीतीश कुमार ने बड़े-बड़े दावे किए की प्रवासियों को रोजगार दिया जाएगा. लेकिन इसमें में तो साफ लिखा है कि इनको रोजगार नहीं मिलेगा.
तेजस्वी यादव ने कहा कि पुलिस मुख्यालय का लेटर गरीब विरोधी है. अमानवीय है, आरजेडी इसका विरोध करती है. विरोध में सात जून थाली बचाएंगे. प्रवासी मजदूरों को लेकर सिर्फ नीतीश कुमार ज्ञान और प्रवचन देते हैं. सरकार कह रही है कि 20 लाख प्रवासी मजदूर बिहार आए हैं तो सरकार को बताना चाहिए कि उनक कैसे नौकरी देंगे. किस-किस क्षेत्रों में नौकरी देंगे. इसका रोड मैप लोगों के सामने लाए. जिसके सभी को पता चले.
तेजस्वी ने कहा कि संक्रमण रोकने के लिए सरकार की क्या कार्ययोजना है इसको भी सामने लाना चाहिए. सरकार को यह भी बनाता चाहिए कि बिहार में कितने लोग बेरोजगार है. पहले से ही बिहार में सात करोड़ पहले से बेरोजगार है. प्रवासी को मिला दिया जाए तो करीब 8 करोड़ लोग बेरोजगार है. सरकार गरीब को अपराधी बता रही है. जिस राज्य में 8 करोड़ लोग बेरोजगार रहेगा तो क्या राज्य का विकास होगा. जब बिहार का विकास नहीं होगा तो देश का विकास कैसे होगा.