PATNA : बिहार में जाती आधारित जनगणना के पहले चरण की शुरुआत हो चुकी है। पहले चरणों में मकानों की गणना की जा रही है। जिसके बाद अब इस गणना की नीतियों को लेकर भाजपा के तरफ से सवाल उठाया जा रहा है। इसी कड़ी में अब भारतीय जनता पार्टी के विधायक और राज्य सरकार के पूर्व मंत्री रामसूरत राय ने जोरदार हमला बोला है।
भाजपा नेता ने कहा है कि, यह जो जाती गणना शुरू हुआ है, इसमें जो राज्य का बॉर्डर इलाके में बंगलादेशी, रोहंगिया और विदेशी लोग जो आए हैं, जिनका बिहार से कोई दूर- दूर तक कोई संबंध नहीं है।जो लोग फर्जीवाड़े तरीके से बिहार के अंदर अपना कागज बना लिया है वैसे लोगों की पहचान कर इस जाती गणना के रिपोर्ट के अनुसार उन्हें बिहार से बाहर करना चाहिए और उसके लिए एक अलग कॉलम बनना चाहिए की ये फर्जी है। तभी यह जाती आधारित गणना सही माना जाएगा।
इसके आगे उन्होंने कहा कि, यह गणना एक साजिश के तहत वोट बैंक को बढ़ावा देने के लिए, एक समुदाय को बढ़ावा देने के लिए ऐसी वयवस्था बनाई गई है। भाजपा इसको लेकर विरोध करेगी। इस गणना के तहत एक यह भी होना चाहिए की इसमें एक ट्रेंड लोगों को लगाए, बिना ट्रेनिंग किये हुए लोगों को नहीं लगाए। जो अनट्रेंड लोग होते हैं वो अपने मतलब के अनुसार अपने समाज को बढ़ा दिखाने के लिए जाती की संख्या को बढ़ा भी सकते हैं।
इसके आलावा उन्होंने कहा कि, इस गणना को लेकर जिन शिक्षकों को लगाया गया है उनके कारण शिक्षा विभाग का काफी नुकसान हो रहा है। इससे बिहार के युवाओं को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसलिए इसमें शिक्षकों को न लगाकर किसी अन्य विभाग के कर्मचारी को लगाना चाहिए। वहीं, इसके बजट को लेकर कहा कि, यह गणना का बजट भ्रस्टाचार के लिए 500 के लिए रखा गया है।
इसके साथ ही साथ उन्होंने सीएम के समाधान यात्रा को लेकर कहा कि, आप समाधान यात्रा पर नहीं निकल रहे बल्कि आप समाधी यात्रा पर निकल रहे हैं। बिहार के सीएम संन्यास की और जा रहे हैं। आप ने राज्य का जो माहौल बना दिया है उसके अनुसार अब आप से बिहार नहीं संभलने जा रहा है। वो अपने बेटे को गद्दी नहीं दे सकते तो भतीजे को क्या देंगे। नीतीश बस बुढ़ापा की सहारा के लिए राजद के साथ गए हैं ताकि दोनों का वोट बैंक उनको मिल सके।