SAPAUL : बिहार में पिछले साल अगस्त के महीने में सत्ता परिवर्तन के बाद स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी राजद नेता तेजस्वी यादव ने अपने कंधो पर लिया है। यही वजह है कि तेजस्वी लगातार अपने विभाग की समीक्षा बैठकर कई तरह के निर्देश जारी करते हैं। कभी - कभी तो तेजस्वी खुद भी अस्पतालों के औचक निरिक्षण करने भी पहुंच रहे हैं। लेकिन, इसके बाबजूद अस्पातलों की हालत सुधरी हुई नजर नहीं आ रही है। इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग के लापरवाही का ताजा मामला सुपौल से निकल कर सामने आ रहा है। यहां सदर अस्पताल में इलाज के दौरान एक महिला की मौत हो गई है। जसिके बाद महिला के परिजनों ने जमकर हंगामा मचाया है।
मिली जानकारी के अनुसार, सदर अस्पताल में फिर एक बार डॉक्टरों और नर्सों की लापरवाही से मौत का मामला सामने आया है। यहां एएनएम की लापरवाही के चलते प्रसव के बाद महिला की मौत हो गई। परिजनों ने ड्यूटी पर तैनात जीएनएम पर लापरवाही का आरोप लगाया है। यहां जिले के राघोपुर प्रखंड अंर्तगत पिपराही पंचायत के दुर्गापुर वार्ड नंबर 15 निवासी आरती देवी को प्रसव पीड़ा के बाद सिमराही स्थित रेफर अस्पताल में बुधवार की देर शाम भर्ती कराया जहां उसने एक नवजात को जन्म दिया।
जिसके बाद राघोपुर मे महिला को खून की कमी देखते हुए वहां चिकित्सक ने सदर अस्पताल सुपौल रेफर कर दिया। जिसके बाद परिजनों के द्वारा महिला को सदर अस्पताल में देर रात भर्ती कराया गया। जहां अहले सुबह सदर अस्पताल में महिला की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि भर्ती कराने के बाद महिला की तबीयत बिगड़ रही थी। जिसके बाद प्रसव वार्ड में तैनात जीएनएम को बार-बार यहां से रेफर करने या पुर्जा देने को कहा। लेकिन जीएनएम के द्वारा ध्यान नहीं दिया गया ओर पुर्जा भी नही दिया गया। वही परिजनों का आरोप है की रात से लेकर अहले सुबह तक एक भी चिकित्सक मरीज को देखने तक नहीं आए। जिसकी वजह से महिला की मौत हो गयी।