SHIVHAR : बिहार में महागठबंधन सरकार को सत्ता में आए हुए लगभग 16 महीने का समय हो चूका है। तबसे स्वास्थ्य विभाग की कमान राजद के सबसे कद्दावर नेता और कैबिनेट में दूसरे नंबर के नेता यानी उपमुख़्यमंत्री तेजस्वी यादव संभाल रहे हैं। इनके तरफ से काजगी तौर पर तो इनके इस विभाग यानी स्वास्थ्य विभाग में काफी बदलाव को लेकर काम किए गए हैं। चाहे वो मिशन -60 या अन्य कई तरह की योजना। लेकिन, इन योजनाओं का जमीनी हकीकत कुछ अलग ही कहानी बयां करती है। इसी कड़ी में अब एक ताजा मामला शिवहर से निकल कर सामने आया है। जहां सदर अस्पताल में दवाई बाहर से खरीदकर लाने के बाद महिला का ऑपरेशन किया जा रहा है।
दरअसल, शिवहर सदर अस्पताल से निकलकर सामने आ रही है। जहां सदर अस्पताल शिवहर में मरीजों को दवा उपलब्ध नहीं कराई जाती है। आशा के माध्यम से डॉक्टर मरीज से ब्लैक में दवा मंगवाते हैं तब उनका ऑपरेशन किया जाता है। सदर अस्पताल शिवहर में एक आशा के द्वारा कैमरे पर पूरी सच्चाई बताई गयी है। जहां उन्होंने बताई की सदर अस्पताल शिवहर में सभी महिलाओं से बाहर से दवा मंगवाया जाता है। उन्होंने बताई की जो अंदर से कहा जाता है हम लोग वैसे ही करते हैं। जब तक मरीज दवा लेकर नहीं आते हैं। बाहर से तब तक उनका ऑपरेशन नहीं होता है।
वहीं ,आशा कार्यकर्ता ने कहा कि यहां सबको ऑपरेशन के लिए बाहर से दवाई लाना पड़ता है। हम लोग क्यों जानबूझकर किसी से बाहर से दवाई मंगवाएंगे जब यहां नहीं मिलता है तभी तो बाहर से मंगवाते हैं। जब यहां मिल ही जाता तो फिर बाहर से मंगवाने की क्या जरूरत थी हम लोगों को कौन सा यह शौक लगा है कि हम लोग गरीब परिवार के लोगों को परेशान करें।
आपको बता दें कि, सदर अस्पताल शिवहर लगातार सुर्खियों में रहता है। यहां कभी जलजमाव की समस्या की खबरें निकल कर सामने आती है। उसके बाद कभी अंधेरे में मोबाइल की रोशनी में ऑपरेशन करने का मामला आया तो कभी खराब दवाई वितरण करने का मामला भी आया। इसके बाद अब एक नया मामला फिर सामने आया है कि सदर अस्पताल में महिला पेशेंट से बाहर से दवा मंगवाया जाता है तब उनका ऑपरेशन किया जाता है। हालांकि इस मामले में अभी तक जिला प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई है।