PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश द्वारा आगामी विधानसभा चुनाव राजद नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ने का एलान के बाद बिहार में राजनीति में इस ठंड के मौसम में भी गर्माहट ला दी है। इसको लेकर बिहार के तमाम राजनीतिक दलों के बीच आपसी मीटिंग शुरू हो गई है की आखिकार इसको लेकर क्या रणनीति बनाई जाए। वहीं, अब इस निर्णय को लेकर सत्तारुढ़ दल जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बड़ा बयान दिया है।
जेडीयू नेता ने कहा है कि , सबसे पहले बिहार के तमाम राजनीतिक दलों को यह समझना चाहिए की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस एलान के बाद तेजस्वी यादव ने क्या कुछ कहा। उन्होंने साफ़ तौर पर कहा है कि, अभी यह आगामी लोकसभा चुनाव यानी 2024 के चुनाव के बारे में सोच रहे हैं। अभी उनका फोकस लोकसभा चुनाव पर है। इसलिए वर्तमान में महागठबंधन के लिए लोकसभा चुनाव महत्पूर्ण है और हमलोग फिलहाल 2025 विधानसभा चुनाव के बारे में सोच भी नहीं रहे हैं।
इसके आलावा उन्होंने जेडीयू और राजद के विलय के सवालों पर उन्होंने कहा कि ,इसमें कहीं भी कोई भी सच्चाई नहीं है। इसको लेकर पार्टी में कभी को चर्चा नहीं हुई है। इतनी बड़ी बात बिना पार्टी में चर्चा किये हुए कैसे संभव हो सकता है। इसलिए यह साफ़ है कि, यदि किसी भी जगह यह बात हो रही है कि जेडीयू और राजद का विलय होने जा रहा है तो गलत है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि आगे ऐसा कुछ भी होता है तो यह आत्मघाती कदम होगा। यह सब चीज़ जेडयू के लिए मौत की बात होगी।
वहीं, आगामी लोकसभा चुनाव को लेजकर उन्होंने कहा कि, हमारे मतदाता विलय की बात सुनकर भटके हुए थे। लेकिन, नीतीश कुमार हम सब के नेता हैं। उनके नेतृत्व में हम सब काम कर रहे हैं। फिलहाल 2024 के लिए ही हम सब लोगों की अर्जुन की तरह आंख लगी है। उसी पर सारा फोकस है।