PATNA: बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के आज दूसरे दिन तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग को लेकर बीजेपी के सदस्यों ने सदन में जोरदार हंगामा किया। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्य हंगामा करने लगे और बेल में आकर कुर्सियां पटकने लगे। जिसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।
सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद बाहर आए नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि तेजस्वी प्रसाद यादव पर एफआईआर नहीं हुआ है बल्कि वे चार्जशीटेड हैं। सुप्रीम कोर्ट का स्पष्ट निर्देश है कि चार्जशीटेड व्यक्ति को संवैधानिक पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा है कि पूर्व में भी कई मंत्रियों के कानूनी दायरे में आने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने उनका इस्तीफा लिया है। ऐसे में अगर नीतीश कुमार को संविधान में विश्वास है तो सुप्रीम कोर्ट निर्देश पालन करें और तेजस्वी यादव से इस्तीफा लें। नीतीश कुमार ने कुर्सी के लिए अपराध और भ्रष्टाचार से समझौता कर लिया है।
विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि नीतीश कुमार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं। यही नीतीश कुमार हैं जिन्होंने जीतन राम मांझी का नाम एक एफआईआर में आने के बाद उनसे इस्तीफा ले लिया था। इसके साथ ही भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद वे कई अन्य मंत्रियों से भी इस्तीफा ले चुके हैं तो आज एक चार्जशीटेड डिप्टी सीएम के इस्तीफे पर चुप्पी क्यों साध लिया हैं। अगर तेजस्वी इस्तीफा नहीं दे रहे हैं तो मुख्यमंत्री खुद इस्तीफा दे दें।