तेजस्वी के तीन पीए हैं असली विलेन: विधायक चेतन आनंद ने बताया क्यों धड़ाधड़ गिर रहे हैं राजद के विकेट

तेजस्वी के तीन पीए हैं असली विलेन: विधायक चेतन आनंद ने बताया क्यों धड़ाधड़ गिर रहे हैं राजद के विकेट

PATNA: नीतीश कुमार के साथ भाजपा की सरकार बनने के बाद राजद के पांच विधायकों ने पाला बदल लिया है. शुक्रवार को बिहार विधानसभा के बजट सत्र का आखिरी दिन था और इस दिन भी राजद के विधायक भरत बिंद ने पार्टी का साथ छोड़ कर बीजेपी का दामन थाम लिया. सवाल ये उठ रहा है कि राजद के विधायक आखिरकार क्यों भाग रहे हैं. पार्टी के ही एक विधायक ने इसका जवाब दिया.


तीन पीए ने राजद को बर्बाद कर दिया

पहले ही पाला बदल चुके राजद विधायक चेतन आनंद ने आज मीडिया को बताया कि तेजस्वी यादव के तीन पीए के कारण पार्टी में भगदड़ मची है. अभी तो सिर्फ पांच ही विधायक गये हैं, कई और का पाला बदलना बाकी है. पार्टी के ज्यादातर विधायक घुटन महसूस कर रहे हैं और उनमें से कई पाला बदलने को तैयार हैं. चेतन आऩंद ने कहा कि जल्द ही राजद के दूसरे विधायक भी बीजेपी औऱ जेडीयू के साथ आयेंगे.


चेतन आनंद ने कहा कि तेजस्वी यादव ने तीन पीए बना रखा है. उनके नाम हैं संजय यादव, प्रीतम और मनोज झा. यही तीन पीए पार्टी का नाश कर रहे हैं. तेजस्वी यादव अपने दो पीए मनोज झा और संजय यादव को सांसद बना चुके हैं. प्रीतम सरकारी सेवा में हैं और तेजस्वी यादव के आप्त सचिव के पद पर कार्यरत हैं. चेतन आनंद ने कहा कि यही तीनों मिलकर रैकेट चला रहे हैं, जिससे विधायकों में भारी नाराजगी है.


बता दें कि राजद के कई और नेता संजय यादव से लेकर मनोज झा को लेकर नाराजगी जता चुके हैं. हरियाणा के रहने वाले संजय यादव को लेकर कई तरह की चर्चायें होती रही हैं. राजद के बागी विधायक कह रहे हैं कि जब तेजस्वी सरकार में थे और एक साथ पांच विभाग के मंत्री बन कर बैठे थे, तो सारी डीलिंग संजय यादव ही कर रहे थे. तेजस्वी यादव के विभाग में भी राजद के विधायकों का काम नहीं होता था. वहां भी अलग तरह की सेटिंग होती थी. 


उधर मनोज झा पर भी कई आरोप लग रहे हैं. राजद के बागी नेता कह रहे हैं कि मनोज झा का कोई जमीनी आधार नहीं है. वे सिर्फ इस गुण के कारण राज्यसभा भेजे जा रहे हैं कि वो तेजस्वी के निजी मामलों को देखते हैं. मनोज झा पर राजद के जमीनी नेताओं के साथ दुर्व्यवहार करने के भी आरोप लगे हैं. राजद के एक बागी विधायक ने ये भी कहा कि तेजस्वी जब डिप्टी सीएम थे तो मनोज झा क्या-क्या डीलिंग कर रहे थे इसकी जांच होनी चाहिये.