PATNA : रामचरितमानस को लेकर महागठबंधन में शुरू हुआ विवाद अब नीतीश और तेजस्वी के बिहार तक पहुंच चुका है। मानस विवाद को लेकर चर्चा में आए शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने सोमवार को ट्वीट करते हुए तेजस्वी बिहार का हवाला दिया था, जिसे लेकर बिहार की राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई थी और अब जेडीयू ने शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को जवाब दिया है। जेडीयू की तरफ से पार्टी के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद नीरज कुमार ने जवाब देते हुए बढ़ता बिहार, नीतीश कुमार का स्लोगन लिखा है। इतना ही नहीं नीरज कुमार ने ग्राफ के जरिए यह बताया है कि साल 2005 के पहले जब नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री नहीं थे तो आरजेडी के शासनकाल में राज्य के अंदर शिक्षा की स्थिति क्या थी और आज बिहार में कितना बड़ा बदलाव आया है। नीरज कुमार ने अपने इस ट्वीट के जरिए सीधे सीधे लालू राबड़ी के शासनकाल पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
दरअसल. बिहार में रामचरितमानस को लेकर संग्राम छिड़ गया है। रामचरितमानस को लेकर विवादित टिप्पणी देने वाले शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ जेडीयू लगातार कार्रवाई की मांग कर रही है, जबकि आरजेडी शिक्षा मंत्री के बयान को सही बता रही है। इस मुद्दे को लेकर दोनों दलों के बीच सियासी बयानबाजी तेज हो गयी है और दोनों खुलकर आमने सामने आ गए हैं। इससे पहले सुधाकर सिंह के बयानों को लेकर भी जेडीयू ने नाराजगी जताई थी लेकिन न तो सुधाकर सिंह पर कार्रवाई हुई और ना ही शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ आरजेडी कोई कार्रवाई करने के मूड में है।
इसके बाद आरजेडी कोटे के मंत्री प्रो.चंद्रशेखऱ ने अपने विभाग का संकल्प ट्विटर पर दिखाते हुए ट्वीटर पर लिखा कि शिक्षित बिहार, तेजस्वी बिहार। चंद्रशेखर के इस ट्वीट के बाद राजनीतिक गलियारे में तरह-तरह की चर्चाएं होने लगी। इसपर जब डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा था कि इस बयान में क्या हर्ज है, इसका मतलब केवल मेरा नाम ही नहीं होता। बिहार को तेजस्वी बनाने की बात भी हो सकती है, इसको देखने का नजरिया किसका कैसा है सब कुछ इस पर निर्भर करता है। तेजस्वी के इस बयान के बाद अब जेडीयू ने लालू-राबड़ी के शासनकाल में हुए विकास की तुलना नीतीश कुमार के शासनकाल से कर दी है और ग्राफ के जरिए नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री रहते शिक्षा में हुए विकास को दर्शाते हुए लिखा है, बढ़ता बिहार, नीतीश कुमार।