PATNA: बीते दिनों मुहर्रम के मौके पर राबड़ी आवास में ताजिया जुलूस पहुंचा था। जबकि प्रतिबंधित क्षेत्र में किसी तरह का जुलूस निकालने की मनाही होती है। क्योंकि यहां मुख्यमंत्री और राज्यपाल सहित कई वीवीआईपी का आवास है। राबड़ी आवास में ताजिया जुलूस को निकालने की अनुमति दी गयी थी। लेकिन आज जब अपनी समस्या को लेकर होमगार्ड अभ्यर्थी बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मिलने पहुंचे तो उन्हें राबड़ी आवास से भगा दिया गया। कहा गया कि यह VVIP इलाका है और प्रतिबंधित क्षेत्र है यहां भीड़ ना लगाये। इन्हें भगाने के लिए सचिवालय थाने की पुलिस दल-बल के साथ पहुंच गयी। जिसके बाद राबड़ी आवास के बाहर खड़े होमगार्ड अभ्यर्थियों को वहां से भगाया गया।
बता दें कि गया जिले से भारी संख्या में होमगार्ड अभ्यर्थी राबड़ी आवास पर पहुंचे थे। अपनी समस्या को लेकर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मिलने आए थे लेकिन इन सभी को निराशा हाथ लगी। तेजस्वी यादव से इन लोगों की मुलाकात ही नहीं हुई। जबकि इन्हें पूरा विश्वास था कि डिप्टी सीएम उनकी बातों को गंभीरता से सुनेंगे और समस्या का निदान करेंगे। लेकिन सारी उम्मीदों पर पानी फिर गया। राबड़ी आवास के बाहर खड़े होमगार्ड अभ्यर्थियों में महिलाएं भी शामिल थीं। इन सभी को पुलिस ने वहां से भगाया। अभी यहां चले जाने की बात कही गयी। यह भी कहा गया कि शाम में 5 बजे आईए। सचिवालय थाना पुलिस ने इन अभ्यर्थियों से आवेदन लिया और यहां से जाने को कहा। जिसके बाद सभी अभ्यर्थी निराश होकर वहां से चले गये।
दस सर्कुलर स्थित राबड़ी आवास के पास सैकड़ों की संख्या में महिला और पुरुष होमगार्ड अभ्यर्थी तेजस्वी यादव से मिलने के लिए आए हुए थे। राबड़ी देवी आवास की सुरक्षा में लगे पुलिस कर्मियों से कहा कि वे तेजस्वी यादव से मिलना चाहते हैं। लेकिन पुलिस कर्मियों ने उन्हें शाम को 5 बजे आने को कहा। भारी संख्या में होमगार्ड अभ्यर्थियों की भीड़ को देख मौके पर सचिवालय थाना पुलिस भी पहुंच गयी। राबड़ी आवास के बाहर खड़े होमगार्ड अभ्यर्थियों को यहां से हटाया गया। ये सभी अभ्यर्थी गया से तेजस्वी यादव से मिलने के लिए आए हुए थे। इनका कहना था कि गया जिले के होमगार्ड की बहाली निकली थी। 629 पदों पर बहाली होने की कही गयी थी लेकिन अब वहां के डीएम साहब का कहना है कि 220 पर ही मेरिट लिस्ट बनेगा। जबकि 1968 अभ्यर्थियों ने परीक्षा पास की है।
होमगार्ड अभ्यर्थियों ने कहा कि अपने इस दुख को बताने के लिए वे बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मिलने आए थे। सोचा कि उनसे मिलकर आग्रह करेंगे लेकिन उनसे मुलाकात ही नहीं हुई। अभ्यर्थी 629 पदों पर बहाली किये जाने की मांग कर रहे हैं। गया जिसे से आई महिला अभ्यर्थी ने बताया कि होमगार्ड की बहाली 2011 में आई थी तब फार्म भी भरे थे। लेकिन दोबारा 12 साल के बाद वही फार्म 2023 में निकाली गयी। हम सब उसमें फिजिकल पास किये हैं। पहले दौड़ के समय कहा गया था कि 629 पदों पर बहाली ली जाएगी। अब बताया जा रहा है कि 220 पदों पर ही बहाली होगी। अपनी इस दुख को बताने वे सभी तेजस्वी यादव से मिलने आए थे लेकिन मुलाकात नहीं हुई शाम के पांच बजे आने को कहा गया है।
महिला अभ्यर्थियों का कहना है कि 12 साल बाद दौड़ लिया गया था जिसमें सफल हुए है। बाल-बच्चा को छोड़कर दौड़ निकाले हैं। लेकिन 629 की जगह 220 पदों पर बहाली की बात अब कही जा रही है। अभ्यर्थियों ने 629 पदों पर बहाली पूरी करने की मांग कर रहे हैं। इनका कहना था कि तेजस्वी यादव से इसकी गुहार लगाने आए थे लेकिन निराश होकर जा रहे हैं। हमलोगों को पुलिस यहां से भगा रही है।