तेजस्वी पर मुकदमे का खेल बड़ा है: सुशील मोदी बोले-राजद पर कब्जे की नीतीश-ललन सिंह ने कर ली है तैयारी, JDU में खुशी छायी है

तेजस्वी पर मुकदमे का खेल बड़ा है: सुशील मोदी बोले-राजद पर कब्जे की नीतीश-ललन सिंह ने कर ली है तैयारी, JDU में खुशी छायी है

PATNA: रेलवे में जमीन के बदले नौकरी और आईआरसीटीसी घोटाले में फंसे तेजस्वी यादव की संपत्ति जब्त होने के बाद जेडीयू में भरपूर खुशी छायी है. पूर्व डिप्टी सीएम और भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने ये दावा किया है. सुशील कुमार मोदी ने दावा किया है कि नौकरी के बदले जमीन मामले में लालू परिवार की करोड़ों रुपये की सम्पत्ति जब्त होने से जदयू नेतृत्व गदगद है. जेडीयू के नेता चाह रहे हैं कि लालू परिवार के लोग जेल भेज दिये जायें. 


राजद पर कब्जे की तैयारी

सुशील मोदी ने कहा कि तेजस्वी को जेल भेजने का सारा इंतजाम जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने ही तो किया है. ललन सिंह ने सीबीआई और दूसरी जांच एजेंसियों को पक्के सबूत दिये थे, जिससे ये साबित हो रहा है कि लालू यादव ने अपने पूरे परिवार के साथ इतना बड़ा घोटाला किया. ललन सिंह ने उन तमाम जमीन के कागजात दिये थे, जो रेलवे में नौकरी के बदले लिया गया था. अब जेडीयू नेता चाह रहे हैं लालू परिवार के लोग जेल जायें. 


सुशील मोदी ने कहा कि तेजस्वी अगर जेल जाते हैं तभी नीतीश कुमार 2025 तक बेरोकटोर बिहार के मुख्यमंत्री बने रह सकेंगे. नीतीश कुमार ने पहले राजद से डील किया था कि वे अपनी कुर्सी तेजस्वी को सौंप देंगे. लेकिन तेजस्वी अगर जेल जाते हैं तो नीतीश को कुर्सी नहीं छोडनी पड़ेगी. सुशील मोदी ने कहा कि जदयू  लालू परिवार पर ईडी की कार्रवाई का विरोध केवल दिखावे के लिए कर रहा है. हकीकत ये है कि अगर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को जेल जाना पड़ा, तो जदयू के लिए राजद पर कब्जा करना आसान हो जाएगा.


सुशील मोदी ने कहा कि ईडी ने पुख्ता सबूत के आधार पर कानून के मुताबिक  सम्पत्ति जब्त करने की  कार्रवाई की है. अब लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव को बताना चाहिए कि वे लगभग 100 करोड़ की सम्पत्ति के मालिक कैसे बने?  दिल्ली की न्यू फ्रेंड्स कालोनी वाला करोड़ों रुपये का बंगला ( डी-1088) एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का रजिस्टर्ड आफिस था. तेजस्वी यादव सिर्फ 4 लाख रुपये में इस कंपनी और उसके कार्यालय भवन के मालिक बन गए. 


सुशील मोदी ने कहा कि एबी एक्सपोर्ट नाम की इसी कंपनी के जरिये रेलवे में नौकरी पाने के लिए लिखवायी गई जमीन लालू परिवार तक पहुंची थी. उन्होंने कहा कि रेलवे में ग्रुप-डी की नौकरी पाने के बदले हृदयानंद  चौधरी ने पटना की अपनी 70 लाख की सम्पत्ति राबड़ी देवी और हेमा यादव को गिफ्ट कर दी थी. लालू परिवार बताये कि क्या यह सही नहीं है?