PATNA : राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने आज पहली बार कबूला कि 1990 से 2005 के बीच लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के शासनकाल में गलतियां हुई थी. तेजस्वी ने हालांकि उस वक्त वे राजनीति में नहीं थे लेकिन उनकी पार्टी का शासन था. वे कबूल करते हैं कि उस वक्त कुछ गलतियां हुई होंगी. गलतियां हुई तो जनता ने सजा दे दिया. लेकिन अब वो दौर बदल गया है. जनता अब उन्हें सजा दें तो बिहार में अभी पिछले 15 साल से सत्ता में बैठे हैं और जिनका राज राक्षस राज में तब्दील हो गया है.
FIRST BIHAR से तेजस्वी की एक्सक्लूसिव बातचीत
तेजस्वी यादव ने आज फर्स्ट बिहार के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में माना कि लालू प्रसाद यादव और राबडी देवी के शासनकाल में कुछ गलतियां हुई थी. लेकिन अब वो गलती नहीं दुहरायी जायेगी. अब वक्त बदल गया है. तेजस्वी यादव बोले “लोग 1990 से 2005 का जिक्र करते हैं. बीजेपी वाले लगातार उस वक्त का जिक्र करते हैं. उस समय का दौर अलग था. जो भी गलतियां हुई होंगी उसे हम स्वीकार करते हैं. हां, हो सकता है कि कुछ गलतियां हुई होंगी. लेकिन जनता ने तो उसकी सजा दे दी है. 15 साल से हम विपक्ष में हैं.”
तेजस्वी यादव ने कहा कि जंगलराज का जिक्र कर सत्ता में आने वालों को अब जवाब देना चाहिये. उन्होंने कहा “जो लोग जंगलराज का जिक्र करके सत्ता में आये अब उनकी जिम्मेवारी है कि वे जवाब दे कि उन्होंने 15 साल में क्या काम किया. मैं तो 1990 से 2005 के बीच राजनीति में था भी नहीं था. लेकिन फिर भी हमारी पार्टी की सरकार थी. इसलिए हम गलती मान रहे हैं. हमें तो सजा मिल गयी. हमें तो जनता से सबक सिखा दिया. लेकिन अगर जंगलराज की बात की जाये की तो मौजूदा सरकार का जो हाल है वो जंगलराज से बदतर हैं. आप केंद्र सरकार की एजेंसी NCRB के आंकड़े देख लीजिये. वो बता रहे हैं कि नीतीश जी के 15 सालों में पहले के 15 साल से ज्यादा अपराध हुए.
नीतीश कुमार का राज राक्षस राज है
तेजस्वी ने कहा कि हम सरकार से पूछ रहे हैं कि क्या किया आपने, लॉ एंड आर्डर के लिए. अगर वो जंगल राज था तो ये राक्षसराज है. बीजेपी-जेडीयू वाले 15 साल बोल बोल कर जनता से और 5 साल मांगने के चक्कर में हैं. आरजेडी के शासनकाल में कभी पटना हाईकोर्ट ने जंगलराज की बात की थी. उसको बीजेपी-जेडीयू वालों ने भुनाया लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट बोल रहा है कि बिहार में अमानवीय सरकार है. यही असली में जंगलराज है. मुजफ्फरपुर रिमांड होम मामले में सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को पढ़ लीजिये. जघन्य अपराधियो को किस तरह से बचाने की कोशिश की गयी.
कल गोपालगंज जायेंगे लेकिन मारपीट नहीं करेंगे
तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर विधायक अमरेंद्र पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे गोपालगंज जायेंगे. लेकिन गोपालगंज जाकर वे मारपीट नहीं करेंगे. वे जनता का दुख दर्द बांटने गोपालगंज जा रहे हैं. सरकार का क्या हाल है ये बताने गोपालगंज जायेंगे. आरजेडी नेता ने कहा कि हम सिस्टम के खिलाफ संदेश देने गोपालगंज जायेंगे. हम गांधी जी के विचारों को मानने वाले हैं इसलिए किसी तरह का कोई हिंसा का सहारा नहीं लेंगे.
चिराग पासवान -अशोक चौधरी जैसों को बेवकूफ बना रहें होंगे नीतीश
तेजस्वी यादव ने कहा कि लोगों को नीतीश कुमार की आदत है. जब हम उनके साथ थे तो नीतीश जी मुझे कहा करते थे कि मेरा समय खत्म हो रहा है. अब आपलोगों को ही संभालना है. नीतीश जी मुझे ये भी बताया करते थे कि ये RSS वाला बहुत खतरनाक है. इससे बच कर रहियेगा. अब नीतीश जी दूसरों को बेवकूफ बना रहे होंगे. ये उनका काम है. आजकल चिराग पासवान, अशोक चौधरी जैसे लोगों को कह रहे होंगे कि आपको ही आगे संभालना है.
लालू जी कमी खल रही है
तेजस्वी यादव ने कहा कि देश और बिहार में संकट छाया हुआ है और ऐसे वक्त में लालू जी की कमी खल रही है. कोरोना का खतरा है लेकिन लालू जी मेंटली बहुत मजबूत हैं. हालांकि वे 70 प्लस के हैं. कई बीमारियों से जूझ रहे हैं. हार्ट, किडनी, शुगर, हाई ब्लड प्रेशऱ जैसी तमाम शारीरिक परेशानियों से जूझ रहे हैं. लेकिन लालू जी का मामला कानूनी है. ये कानूनी लडाई है और हम कानून से ही लड़ेंगे.