PATNA : बिहार विधानसभा में दो दिन पहले वाकये के बाद तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर बड़ा आरोप लगाया है. तेजस्वी यादव ने कहा है कि मंगलवार को नीतीश कुमार ने अपने स्वजातीय गुंडों को बुलाकर विधायकों पिटवाया. पुलिस के जिन लोगों को सेवा से बर्खास्त कर दिया जा चुका है लेकिन वे नीतीश कुमार के स्वजातीय हैं. ऐसे लोगों को विधानसभा में बुलवा कर विधायकों को पिटवाया गया. तेजस्वी यादव ने बिहार के अधिकारियों को कहा है कि नीतीश जी परमानेंट मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे. सत्ता पलटेगी लेकिन अधिकारियों की करतूत ऑन रिकार्ड है औऱ वो याद रखी जायेगी.
नीतीश ने स्वजातीय गुंडे बुलवाये
तेजस्वी यादव ने आज मीडिया से बात करते हुए नीतीश कुमार पर बड़ा आरोप लगाया. तेजस्वी ने कहा कि मंगलवार को विधानसभा में जो सब हुआ उसके 200 से ज्यादा वीडियो फुटेज मेरे पास हैं. कौन थे वो लोग जो सिविल ड्रेस में गुंडों की तरह विधानसभा में घुसकर विधायकों को पीट रहे थे. तेजस्वी ने कहा कि वे सब नीतीश कुमार के स्वजातीय गुंडे थे. तेजस्वी यादव ने कहा कि उनके पास सबूत है कि पुलिस की सेवा से बर्खास्त कर दिये गये नीतीश कुमार के स्वजातीय गुंडे मंगलवार को विधायकों को पीट रहे थे.
नीतीश जैसा बेशर्म इंसान नहीं देखा
तेजस्वी यादव ने कहा कि वे फिर कहते हैं कि उन्होंने नीतीश कुमार जैसा बेशर्म नेता नहीं देखा. नीतीश कुमार विधायकों पर हमला करने वाले गुंडों को क्लीन चिट दे रहे हैं. बिहार के मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि आसन का अपमान हुआ. नीतीश कुमार बतायें कि इसी सत्र में जब एक मंत्री ने भरे सदन में विधानसभा अध्यक्ष को जलील कर दिया था औऱ रूंआसे हुए अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही स्थगित कर देनी पड़ी थी तब आसन का कैसा सम्मान हुआ था. क्या नीतीश कुमार ने अपने मंत्री को बर्खास्त किया. क्या नीतीश कुमार ने माफी मांगी.
पहले भी हुआ है सदन में विरोध
तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ताबड़तोड़ झूठ बोलकर सच को झुठलाने की कोशिश कर रहे हैं. 1974 में स्व. कर्पूरी ठाकुर के नेत़ृत्व में समाजवादी विधायकों ने सदन को अपने नियंत्रण में ले लिया था. नाराज समाजवादी विधायक आसन पर बैठ गये थे. 1986 में जब नीतीश कुमार विधानसभा के सदस्य थे तो कर्पूरी ठाकुर अपने विधायकों के साथ सदन के वेल में धरना पर बैठ गये थे. तीन दिनों तक कर्पूरी ठाकुर वेल में बैठे रहे.
क्या कर्पूरी ठाकुर गुंडे थे
तेजस्वी यादव ने कहा कि क्या सदन में 1974 औऱ 1986 में इस तरह से विरोध करने वाले स्व. कर्पूरी ठाकुर गुंडे थे. 1986 में जब कर्पूरी ठाकुर सदन में लगातार 72 घंटे तक धरना पर बैठ गये थे तो उस वक्त नीतीश कुमार उनके ही विधायक थे. उस वक्त सदन में पुलिस नहीं बुलायी गयी थी. नीतीश कुमार ने पूरे लोकतंत्र को शर्मसार कर दिया. अब वे ताबड़तोड़ झूठ बोलकर लोगों को भ्रम में डालने में लगे हैं.
प्रशासन समझ ले-नीतीश स्थायी मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे
तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार के निर्देश प़र जो अधिकारी आज विधायकों के साथ साथ आम लोगों पर जुल्म ढ़ा रहे हैं उन्हें याद रखा जायेगा. तेजस्वी बोले- नीतीश कुमार कितने दिन मुख्यमंत्री पद पर रहेंगे. परमानेंट पद तो है नहीं. ये अधिकारी समझ ले कि सरकार कब पलटेगी कोई ठीक नहीं. लेकिन जो गुंडागर्दी की गयी है औऱ की जा रही है उसे याद रखा जायेगा. तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री औऱ प्रशासन ये समझ ले कि मैं बीजेपी का नेता नहीं हूं. उनके डराने से डरने वाला नहीं हूं.
तेजस्वी ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान जब एक्जिट पोल आया औऱ अधिकारियों को लगा कि हमारी सरकार बनने वाली है तब नीतीश कुमार के ही चहेते अधिकारियों ने फोन कर क्या क्या नहीं कहा था. राजद नेता ने ऐसे पलटीमार अधिकारियों को याद रखने की बात कही है.
शुक्रवार को बिहार बंद
तेजस्वी यादव ने कहा कि 26 मार्च को किसानों के मसले पर भारत बंद आयोजित है. बिहार में महागठबंधन ने नीतीश सरकार की गुंडागर्दी के खिलाफ बंद कराने का फैसला लिया है. कल बिहार में तमाम विपक्षी पार्टियों के कार्यकर्ता बिहार बंद को सफल बनायेंगे.