PATNA : तेजस्वी यादव ने कहा कि विधानसभा में एक काला कानून पेश किया. जिसके विरोध में विपक्ष खड़ा था. पुलिस के बड़े अधिकारी खुद वहां पहुंचे. विधायकों को पीटा गया. महिला विधायकों को बुरी तरह बाल पकड़कर खींचा गया. विधायक को लात-घूंसे से पीटा गया. ये सभी कार्रवाई सीएम नीतीश के निर्देश पर किया गया. मैं जब सदन में रहता हूं तो वह गायब रहते हैं.
सीएम नीतीश समाजवादी के नाम पर कलंक हैं. लोहिया जी कहा करते थे कि जब सड़के खामोश हो जाती हैं तो सत्ता बगलम हो जाती है. तेजस्वी ने कहा कि जो कानून अंग्रेजों ने लागू किया था. उसी कानून को सीएम नीतीश ने फिर से लागू किया. सीएम नीतीश के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री किसको बेवकूफ बना रहे हैं. जब मुंबई में 26/11 हमला हुआ था. तब क्या पुलिस किसी से परमिशन लेने गई थी. ऐसा नहीं हुआ था क्योंकि सीआरपीसी के मुताबिक पुलिस को पहले से पावर है. अलग से कोई कानून बनाने की जरूरत नहीं है.
तेजस्वी ने कहा कि सदन में इस विधेयक के चर्चा के दौरान बोलने का मौक़ा नहीं दिया गया. जब विधायकों की पिटाई विधानसभा में हो सकती है तो फिर ये कानून बन जाने के बाद पुलिस विधायकों और पत्रकारों को घर में घुसकर पिटेगी. लोगों को पुलिस पिटेगी. नए कानून में यह लिखा गया है कि पुलिस अपने विश्वास पर किसी के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है.
पुलिस आम लोगों को गिरफ्तार कर थाने ले जाएगी और उनसे आरसीपी टैक्स मांगेगी. कोई उनसे सवाल नहीं करेगा. तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार पुलिस को सशक्त नहीं बना रहे हैं. पुलिस को गुंडा बना रहे हैं. पुलिस को रंगदार बना रहे हैं. तेजस्वी ने कहा कि उनके ऊपर भी जानलेवा हमला किया गया. डाकबंगला चौराहा पर उनके ऊपर पत्थर मारा गया. छाबरा स्पोर्ट्स के पास बिल्डिंग से मेरे ऊपर पत्थरबाजी की गई.