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1st Bihar Published by: Ganesh Samrat Updated Wed, 20 May 2020 02:10:54 PM IST
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PATNA :बिहार सरकार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर ट्वीट बम फोड़ा है। एक के बाद एक दनादन आधा दर्जन ट्वीट के जरिए उन्होनें क्वारंटाइन सेंटर की दुर्दशा पर सरकार को घेरा है। साथ ही तेजस्वी ने बिहार में कोरोना टेस्ट की धीमी रफ्तार पर भी निशाना साधा है।
तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि 15 वर्षों में बिहार का बुनियादी स्वास्थ्य ढांचा ध्वस्त हो चुका है। राज्य में दो महीने बाद भी जांच किट,पीपीई किट और वेंटिलेटर की भारी कमी है। हमने मुख्यमंत्री से भी आग्रह किया था कि हर जिले में कोरोना जाँच केंद्र होने चाहिए। प्रत्येक प्रमंडल में कोरोना समर्पित अस्पताल होने चाहिए।
15 वर्षों में बिहार का बुनियादी स्वास्थ्य ढाँचा ध्वस्त हो चुका है। राज्य में दो महीने बाद भी जाँच किट,पीपीई किट और वेंटिलेटर की भारी कमी है। हमने मुख्यमंत्री से भी आग्रह किया था कि हर जिले में कोरोना जाँच केंद्र होने चाहिए। प्रत्येक प्रमंडल में कोरोना समर्पित अस्पताल होने चाहिए।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 20, 2020
उन्होनें कहा कि बिहार के क्वारंटाइन सेंटरों की देशभर में जगहंसाई हो रही है।शासन और प्रशासन ही कोरोना संक्रमण के रोकथाम के निर्देशों की धज्जियां उड़ा रहे है। क्वारंटाइन सेंटरो की इतनी दयनीय स्थिति है कि कहीं ये सेंटर ही संक्रमण का केंद्र ना बन जाए।आपदा के नाम पर खुलेआम लूट और भ्रष्टाचार हो रहा है।
उन्होनें कहा कि बाहर से आने वाले हर प्रवासी को क्वारंटाइन भी नहीं करवाया गया।अधिकांश को बिना जांच रास्ते में ही उतार दिया।बचे वो मूलभूत सुविधाओं और लचर सुरक्षा के कारण क्वारंटाइन सेंटरों से ही भाग गए। कोई छुप छुपाकर तो कहीं प्रशासन की चूक से बिना किसी प्राथमिक जाँच के ही अपने घरों तक पहुँच गए।
कई ऐसे वीडियो भी सामने आए कि स्वयं प्रशासन के लोग प्रवासियों को क्वारंटाइन के बजाय चुपचाप सीधे अपने घर जाने को कह रहे हैं। यहाँ तक कि स्वयंसेवको और ग्रामीणों के द्वारा प्रवासियों के सीधे अपने घर चले जाने के बारे में सूचित किए जाने बावजूद अधिकारी इस बात का संज्ञान नहीं ले रहे है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 20, 2020
तेजस्वी ने कहा कि कई ऐसे वीडियो भी सामने आए कि स्वयं प्रशासन के लोग प्रवासियों को क्वारंटाइन के बजाय चुपचाप सीधे अपने घर जाने को कह रहे हैं। यहां तक कि स्वयंसेवको और ग्रामीणों के द्वारा प्रवासियों के सीधे अपने घर चले जाने के बारे में सूचित किए जाने बावजूद अधिकारी इस बात का संज्ञान नहीं ले रहे है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बिहार सरकार की लापरवाही और लचरता के कारण राज्य में कोरोना संक्रमण निरन्तर अपनी पकड़ को मजबूत किए जा रहा है पर सरकार स्क्रीनिंग, टेस्टिंग, इलाज, रोकथाम, गम्भीरता, जागरूकता, सजगता जैसे हर अत्यावश्यक पड़ाव पर ढिलाई बरतते नज़र आ रही है। निर्देशों और क्रियान्वयन में कोई समन्वय नहीं।
हमने शुरू से राज्य सरकार से कहा कि सरकार - Test, Isolate, Treat, Trace- के चार अत्यावश्यक कदमों से जुड़े हर पहलू को पूरी सजगता और तत्परता से लागू करे। सरकार के पास तैयारी को 3 महीने से अधिक का लंबा समय था पर ना सरकार की गम्भीरता नज़र आ रही है और ना तैयारी।अभी भी सरकार सोई हुई है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 20, 2020
उन्होनें कहा कि हमने शुरू से राज्य सरकार से कहा कि सरकार - Test, Isolate, Treat, Trace- के चार अत्यावश्यक कदमों से जुड़े हर पहलू को पूरी सजगता और तत्परता से लागू करे। सरकार के पास तैयारी को 3 महीने से अधिक का लंबा समय था पर ना सरकार की गम्भीरता नज़र आ रही है और ना तैयारी।अभी भी सरकार सोई हुई है।
तेजस्वी ने कहा कि क्या सरकार को अंदाज़ा नहीं था कि बाहर से आने वालों की व्यापक जांच, क्वारंटाइन, दिशा निर्देशों का पालन, क्वारंटाइन की समुचित संख्या और उनमें मूलभूत सुविधाएं होना कितना आवश्यक है? सरकार क्यों जनता की सुरक्षा व अपनी जिम्मेदारियों से लगातार मुँह मोड़ कर संक्रमण को निमंत्रण दे रही है?