PATNA : लालू यादव के तीसरे बेटे तरूण यादव और उनकी सपंत्ति को लेकर मंत्री नीरज कुमार के आरोपों की तफ्तीश में इस मामले की पूरी कहानी सामने आ गयी है. FIRST BIHAR की टीम ने जब मंत्री नीरज कुमार के आरोपों की जांच पड़ताल की तो मामला दूसरा निकला. तफ्तीश में ये तथ्य सामने आया है कि 5 पहले खुद तेजस्वी यादव ने बकायदा शपथ पत्र यानि AFFIDAVIT देकर ये कहा था कि वे ही तरूण प्रसाद यादव हैं. तेजस्वी ने अपने शपथ पत्र में उस संपत्ति का भी जिक्र किया था जिसको लेकर नीरज कुमार आरोप लगा रहे थे.
पहले जानिये मंत्री नीरज कुमार का क्या है आरोप
दरअसल कल मंत्री नीरज कुमार ने आरोप लगाया था कि लालू प्रसाद यादव का एक तीसरा बेटा भी है जिसका नाम तरूण यादव है. लालू यादव ने तरूण यादव के नाम पर अपने गांव फुलवरिया में जमीन खरीदी है. मंत्री ने कहा था कि लालू बतायें कि तरूण यादव कौन है. क्या ये लालू यादव का तीसरा बेटा है या दत्तक पुत्र है. बिहार सरकार के मंत्री नीरज कुमार ने जमीन खरीद के कागजातों को भी जारी किया था जिसमें तरूण यादव पिता-लालू प्रसाद यादव के नाम पर सपंत्ति की खरीद की गयी थी. कागजातों के मुताबिक ये संपत्ति तेजप्रताप यादव और तरूण यादव के नाम पर संयुक्त रूप से रजिस्ट्री करायी गयी थी.
जानिये क्या निकल कर आया FIRST BIHAR की तफ्तीश में
वैसे तो मंत्री नीरज कुमार ने अपने प्रेस कांफ्रेंस में सिर्फ दो जमीनों का कागजात जारी किया था जिसकी रजिस्ट्री तरूण यादव वल्द-लालू प्रसाद यादव के नाम पर कराया गया था. FIRST BIHAR की तफ्तीश में पता चला कि दो नहीं बल्कि जमीन के 6 प्लॉट की रजिस्ट्री करायी गयी थी. सारी रजिस्ट्री 1993 की है. एक ही साल में गोपालगंज के फुलवरिया में 6 प्लॉट को तेजप्रताप यादव और तरूण कुमार यादव के नाम पर रजिस्ट्री करायी गयी थी. दोनों के पिता के तौर पर लालू प्रसाद यादव का नाम दर्ज है.
FIRST BIHAR की तफ्तीश में पता चला कि 1993 में फुलवरिया गांव के बालेश्वर चौधुर से तीन, विश्वनाथ चौधुर से दो और पंकज कुमार सिंह-प्रभुनाथ सिंह के एक प्लॉट की रजिस्ट्री तेजप्रताप यादव और तरूण यादव के नाम पर करवायी गयी थी.
5 साल पहले ही तेजस्वी ने कहा था-वे ही हैं तरूण यादव
मंत्री नीरज कुमार के आरोपों को लेकर की गयी FIRST BIHAR की तफ्तीश में पता चला कि तेजस्वी प्रसाद यादव खुद ये घोषित कर चुके हैं कि वे तरूण प्रसाद यादव हैं. मंत्री नीरज कुमार जिस संपत्ति का जिक्र कर रहे थे तेजस्वी प्रसाद यादव उस संपत्ति का मालिक होने की भी घोषणा खुद ही कर चुके हैं. तेजस्वी ने बकायदा शपथ पत्र यानि AFFIDAVIT में ये बताया है कि उनका ही दूसरा नाम तरूण प्रसाद यादव है और गोपालगंज के फुलवरिया में अपने भाई तेजप्रताप यादव के नाम पर उनके प्लॉट हैं.
पब्लिक डोमेन में है तेजस्वी का AFFIDAVIT
ये जानकारी पब्लिक डोमेन में है. दरअसल 2015 में बिहार विधानसभा चुनाव लड़ते समय तेजस्वी प्रसाद यादव ने चुनाव आयोग के समक्ष अपनी संपत्ति का ब्योरा पेश किया था. चुनाव आयोग के समक्ष शपथ पत्र देकर संपत्ति की जानकारी दी जाती है. तेजस्वी ने उस शपथ पत्र में कहा है कि गोपालगंज के फुलवरिया ही नहीं बल्कि दूसरे जगहों पर तेजस्वी प्रसाद यादव उर्फ तरूण प्रसाद यादव के नाम पर उनकी संपत्ति है. गोपालगंज के साथ साथ पटना के फुलवारी शरीफ इलाके में भी तरूण प्रसाद यादव के नाम से प्लॉट खऱीदे गये थे.
दरअसल 1993 की जिस रजिस्ट्री का जिक्र मंत्री नीरज कुमार कर रहे थे उस दौरान तेजस्वी यादव की 4 साल की रही होगी. सरकारी दस्तावेजों में तेजस्वी यादव की जो उम्र दर्ज है वो अभी 31 साल है. जमीन की रजिस्ट्री का मामला आज से 27 साल पहले का है यानि तेजस्वी की उम्र उस वक्त लगभग चार साल रही होगी. वैसे भी जानकार जानते हैं कि तेजस्वी यादव को तरूण यादव के घरेलु नाम से भी पुकारा जाता है. लालू प्रसाद यादव सार्वजनिक मंच पर भी तेजस्वी यादव को तरूण यादव के नाम से बुलाते रहे हैं.
जाहिर है मंत्री नीरज कुमार के आरोपों के बाद लालू परिवार या तेजस्वी प्रसाद यादव के किसी कानूनी पचड़े में फंसने की कोई संभावना नहीं है. हां, बिहार में अभी चुनाव का समय है और इस समय आरोप प्रत्यारोप का दौर तेज होता जायेगा.