PATNA : बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद सियासी गलियारे में हड़कंप मचा हुआ है। मुख्यमंत्री, डिप्टी सीएम समेत तमाम आला अधिकारियों का कोरोना टेस्ट कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री खुद अपना टेस्ट सैंपल दे चुके हैं और अब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी खुद का कोरोना टेस्ट कराने का फैसला किया है। तेजस्वी यादव ने कहा है कि वह अपना कोरोना टेस्ट कराएंगे साथ ही साथ उन्होंने अपनी पार्टी के तमाम विधायकों और विधान पार्षदों को भी कोरोना टेस्ट कराने को कहा है।
विधान परिषद के सभापति के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी तक कोरोना का खतरा पहुंच जाने के बाद तेजस्वी यादव एक बार सरकार पर हमलावर हुए हैं। तेजस्वी यादव ने कहा है कि कोरोना के नाम पर बिहार में लगातार मजाक किया जा रहा है। बिहार सरकार ने कभी भी कोरोना वायरस के खतरे को गंभीरता से नहीं लिया। स्क्रीनिंग के नाम पर 9 करोड़ लोगों का आंकड़ा जारी कर दिया गया जो किसी मजाक से कम नहीं। बिहार के मुख्यमंत्री अगर इसे गंभीरता से लेते तो आज खुद उनतक खतरा नहीं पहुंचता। तेजस्वी ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तो बिहार में चुनाव की चिंता ज्यादा सता रही है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि चुनाव तो हम कभी भी लड़ लेंगे लेकिन मौजूदा चुनौती कोरोना से लड़ने की है।
तेजस्वी यादव ने कहा है कि नीतीश कुमार को अभी भी चुनाव की चिंता छोड़ कर कोरोना से निपटने के बारे में सोचना चाहिए। तेजस्वी ने कहा है कि वह विधान परिषद में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुए थे लेकिन मुख्यमंत्री और सभापति अवधेश नारायण सिंह के साथ एक बैठक में जरूर शामिल हुए थे। बिहार में अभी भी कोरोना टेस्ट नहीं हो पा रही हैं, टेस्टिंग की लगातार कमी है। प्राइवेट लैब में टेस्टिंग की कीमतें बहुत ज्यादा हैं, सरकार को इस तरफ ध्यान देना चाहिये। यह पूछे जाने पर की राज्य में क्वारंटाइन सेंटर बंद कर दिए गए.. तेजस्वी यादव ने कहा है कि में क्वारंटाइन सेंटर में बदइंतजामी थी लिहाजा उसका रहना नहीं रहना दोनों बराबर है।