कोरोना को लेकर तेजस्वी का सीधा आरोप, मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री संक्रमण की जानकारी छिपा रहे हैं

कोरोना को लेकर तेजस्वी का सीधा आरोप, मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री संक्रमण की जानकारी छिपा रहे हैं

PATNA : बिहार में कोरोना संक्रमण को लेकर सियासत लगातार गरम है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आज नए सिरे से आरोप लगाकर सनसनी फैला दी है। तेजस्वी यादव ने कहा है कि बिहार के सत्तासीन बड़े नेता कोरोना से जुड़ी जानकारी में हेरफेर कर रहे हैं और असलियत को छिपा रहे हैं। 


नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पारिवारिक सदस्यों समेत सीएम आवास में 85 लोग पॉजिटिव पाए गए। 24 घंटे डिप्टी सीएम सुशील मोदी के साथ रहने वाले निजी स्टाफ और अनेक लोग संक्रमित पाए गए हैं लेकिन इसके बावजूद सही जानकारी सामने नहीं आ रही। कैसे यादव का आरोप है कि बिहार में कोरोना संक्रमण से जुड़ी जानकारियों को छिपाया जा रहा है। 


तेजस्वी यादव लगातार यह कह रहे हैं कि बिहार में कोरोना को हल्के तरीके से लेने के पीछे सरकार का मकसद विधानसभा चुनाव कराने का है। प्रतिपक्ष लगातार का आरोप लगा रहे हैं कि बिहार में चुनाव कराने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आंकड़ों के साथ खेल कर रहे हैं। तेजस्वी का कहना है कि बिहार में मौजूदा हालात चुनाव के लिए संकेत नहीं दे रहे लिहाजा अगर जरूरत पड़े तो विधानसभा चुनाव की बजाय राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए।


जरूरत पड़े तो राष्ट्रपति शासन लगे

तेजस्वी ने कहा कि अगर नीतीश कुमार और बीजेपी को ये लग रहा है कि  कोरोना से कोई समस्या नहीं है तो चुनाव पारंपरिक तरीके से होना चाहिए. फिर अगर चुनाव हो तो सभी दलों के लिए पर्याप्त व्यवस्थ हो. सभी पार्टियों को पारंपरिक तरीके से चुनाव प्रचार की अनुमति मिले. अभी जिस वर्चुअल तरीके से प्रचार की बात की जा रही है उससे अमीरों को लाभ मिलेगा. बीजेपी और जेडीयू पूंजीपतियों की पार्टी है और उनके पास प्रचुर संसाधन हैं. चुनाव प्रचार के पारंपरिक माध्यमों पर रोक लगी तो लोकतंत्र को चोट पहुंचेगी.  आरजेडी नेता ने कहा कि चुनाव टलने के कारण राज्य में उत्पन्न संवैधानिक स्थिति से निपटने के लिए राष्ट्रपति शासन लगाया जा सकता है. 

तेजस्वी यादव ने कहा कि वे पिछले चार महीने से लगातार कह रहे हैं कि बिहार में ज्यादा से ज्यादा कोरोना टेस्ट कराये जायें. इसके साथ ही इलाज के लिए बेहतर इंतजाम किये जायें. लेकिन सरकार ने उनकी बात नहीं सुनी. नीतीश सरकार कोरोना और प्रवासी मजदूरों के मामले को संभालने में पूरी तरह फेल रही. इसके कारण पूरे राज्य में अव्यवस्था फैल चुकी है. 



महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर बातचीत शुरू

तेजस्वी यादव ने महागठबंधन में किसी तरह के मतभेद को नकारते हुए कहा कि सीट शेयरिंग से लेकर क़ॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर बातचीत शुरू हो गयी है. उन्होंने उम्मीद जतायी कि महागठबंधन की पार्टियां आपस में सारे मामलों को सुलझा लेगी. तेजस्वी ने कहा कि आरजेडी का इतिहास रहा है कि वह अपनी सहयोगी पार्टियों को साथ लेकर चली है. लेकिन ये भी अहम है कि गठबंधन में आरजेडी की भावनाओं का भी ख्याल रखा जाना चाहिये. तेजस्वी ने फिर दुहराया कि महागठबंधन में मुख्यमंत्री पद के दावेदार वे ही होंगे.

आरजेडी सभी वर्गों को देगी प्रतिनिधित्व

तेजस्वी ने कहा कि विधानसभा चुनाव में आरजेडी समाज के सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व देगी. उन्होंने कहा कि बिहार का विकास तब तक नहीं हो सकता जब तक सभी वर्गों को सही प्रतिनिधित्व नहीं मिले. उनकी पार्टी चुनाव में भी इसका ख्याल रखेगी.