नीतीश की ताकत औंधे मुंह गिरी, तेजस्वी ने 100 शक्तिशाली भारतीयों की लिस्ट में बुरी तरह पछाड़ा

नीतीश की ताकत औंधे मुंह गिरी, तेजस्वी ने 100 शक्तिशाली भारतीयों की लिस्ट में बुरी तरह पछाड़ा

PATNA : बीते साल बिहार विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भले ही सत्ता हासिल करने में सफलता पा ली हो लेकिन विपक्ष में बैठने के बावजूद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव उनसे ज्यादा ताकतवर हैं। यह नहीं कह रहे बल्कि देश के प्रतिष्ठित अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस की तरफ से जारी की गई 100 शक्तिशाली भारतीयों की लिस्ट बता रही है। द इंडियन एक्सप्रेस की तरफ से जिन शक्तिशाली भारतीयों की सूची जारी की गई है उसमें पहले नंबर पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। दूसरा नंबर उनके सबसे करीबी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का है। इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर संघ प्रमुख मोहन भागवत हैं। साल 2019 में इस सूची के अंदर दसवें नंबर पर रहने वाले जेपी नड्डा इस बार चौथे पायदान पर जा पहुंचे हैं। जबकि मुकेश अंबानी ने पिछली लिस्ट की तरह पांचवें नंबर पर अपना कब्जा बनाए रखा है। 


नीतीश कुमार एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री भले बन गए हों लेकिन उनकी ताकत तेजी के साथ घटी है। इस रैंकिंग में नीतीश कुमार साल 2019 में 18वें नंबर पर थे लेकिन अब उनकी रैंकिंग बेहद नीचे जा पहुंची है। नई लिस्ट में नीतीश कुमार 80वें नंबर पर हैं। नीतीश कुमार की रैंकिंग के 62 अंक नीचे गिरी है जबकि इसके ठीक उलट तेजस्वी यादव का कद बड़ा हुआ है। तेजस्वी यादव बिहार ही नहीं देश में शक्तिशाली भारतीयों की सूची में नीतीश कुमार से ऊपर हैं। तेजस्वी यादव को इस लिस्ट में 76वें नंबर पर जगह मिली है। साल 2019 की रैंकिंग में तेजस्वी 83वें नंबर पर थे। तेजस्वी यादव के लिए भविष्य में 2025 के अंदर उन्हें नीतीश कुमार के विकल्प के तौर पर बताया गया है कि यादव ने पलायन और रोजगार जैसे मुद्दों पर अपना कद बड़ा किया इस रैंकिंग लिस्ट में नीतीश कुमार के लिए यह कहा गया है कि साल 2025 में वह सीएम का चेहरा नहीं रख सकते हैं। यह जानने के बावजूद वह अपनी पार्टी को नए सिरे से मजबूत करने में जुटे हुए हैं। रिपोर्ट में आशंका जताई गई है कि नीतीश कुमार बीजेपी का विरोध दिखाने के लिए एक बार फिर पाला बदल सकते हैं। लेकिन इस बात की संभावना नहीं दिखती कि तेजस्वी यादव की लोकप्रियता इससे कम होगी। 


तेजस्वी यादव के बढ़ते हुए कदम और ताकत की बात करें तो झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी उनसे पीछे हैं। हेमंत सोरेन को इस रैंकिंग में 97वां स्थान मिला है। हालांकि उनकी एंट्री पहली बार इस लिस्ट में हुई है। कभी नीतीश कुमार के राजनीतिक सलाहकार रहे प्रशांत किशोर को इस लिस्ट में 98 नंबर पर जगह मिली है। पहली बार लिस्ट में शामिल होने वाले पीके फिलहाल तृणमूल कांग्रेस के लिए पश्चिम बंगाल चुनाव में जीत की राह बना रहे हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे 14वें नंबर पर हैं जबकि पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को रैंकिंग में 15वां स्थान मिला है। एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार 18वें नंबर पर और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 22वें नंबर पर हैं। जम्मू कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा को 14वां स्थान मिला है जबकि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस रैंकिंग में 26वें स्थान पर हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 27वें स्थान पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 31वें स्थान पर हैं। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी 32वें पर और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी 34 स्थान पर हैं। राहुल गांधी को इस लिस्ट में 39 वां रैंक मिला है जबकि उनकी बहन प्रियंका 41वें स्थान पर हैं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 42 वें स्थान पर हैं जबकि उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को 45वां स्थान मिला है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदुरप्पा 47वें स्थान पर और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर 48वें स्थान पर हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे और बीसीसीआई के सेक्रेटरी जय शाह 59वें स्थान पर हैं। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव को 61वीं रैंकिंग मिली है। ओवैसी को इस रैंकिंग में 72वां स्थान मिला है जबकि गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी 74वें नंबर पर हैं। जाहिर है तेजस्वी शक्तिशाली भारतीयों की रैंकिंग में तेजस्वी यादव ने जिस तरह अपना कदम बढ़ाया है और नीतीश कुमार की ताकत जिस तरह घटी है उसको लेकर बिहार की सियासत आगे आने वाले दिनों में गरमायेगी।